उदयपुर, 25 मार्च (वार्ता) राजस्थान के उदयपुर में आयोजित किए जा रहे भाषा, साहित्य एवं कला मेले के तीसरे दिन शनिवार तीसरा दिन उर्दू भाषा के नाम रहा।
मौलिक संस्था और सुखाडिया विवि के राजस्थानी विभाग के साझे में राजस्थान साहित्य अकादमी, उर्दू अकादमी और उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के सहयोग से सुखाडिया विवि का बप्पा रावल सभागार शनिवार को सुरों और रंगो के अद्भुत संगम का गवाह बना।
मौलिक के संस्थापक शिवराज सोनवाल ने बताया कि प्रसिद्ध वेब सीरीज के निर्माता वैभव मोदी ने सिनेमा में हिंदीदृउर्दू की नजदीकियों पर विस्तार से चर्चा की। उनसे रजत मेघनानी ने बात की। शायरी कल, आज और कल विषय पर महेंद्र मोदी, अश्विनी मित्तल, अब्दुल जब्बार, हदीस अंसारी, एम आई ज़ाहिर एवं डॉ सरवत खान ने अपने विचार रखे।
सायंकालीन सत्र में मशहूर शायर आलोक श्रीवास्तव ने अपने अनूठे अंदाज में शेर ओ शायरी से समां बांध दिया। “यह कहना गलत है कि तुम पर नजर नहीं, मसरूफ हम बहुत हैं बेखबर नहीं” से अपना सत्र प्रारम्भ किया। पटना से आई प्रेरणा प्रताप ने उनसे सवाल किए जिन पर उन्होने अपने शायरी के सफर को लेकर विस्तार से चर्चा की।
श्री सोनवाल ने बताया कि इस सत्र में चित्रकारों की ओर बनाए गए चित्रों की नीलामी करेंगे और उससे प्राप्त होने वाली धनराशि शिक्षा के क्षेत्र में वंचित बच्चों की सहायतार्थ प्रशासन को भेंट किया जाएगा।
रामसिंह
वार्ता