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लालू की प्रताड़ना से परेशान अतिपिछड़ों का ‘जिन्न‘ अब राजग के पाले में : सुशील

लालू की प्रताड़ना से परेशान अतिपिछड़ों का ‘जिन्न‘ अब राजग के पाले में : सुशील

पटना 20 जून (वार्ता) बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के पक्ष में बैलेट बॉक्स से निकलने वाला अतिपिछड़ों का ‘जिन्न’ उनकी प्रताड़ना से परेशान होकर वर्ष 2005 के बाद पूरी तरह से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के पाले में आ गया है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता श्री मोदी ने शनिवार को यहां कहा कि वर्ष 1995 में श्री लालू प्रसाद यादव के पक्ष में बैलेट बाॅक्स से निकलने वाला अतिपिछड़ों का जिन्न उनकी प्रताड़ना से परेशान होकर वर्ष 2005 के बाद पूरी तरह से राजग के पाले में आ गया। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस के लोगों को 15 साल का मौका मिला तो अतिपिछड़ों को अपमानित और दलितों को नरसंहारों की भेंट चढ़ाने का काम किया।

श्री मोदी ने पूछा, “लालू यादव बतायें कि अपने 15 वर्षों के कार्यकाल में अतिपिछड़ों, दलितों और महिलाओं को पंचायत चुनाव में आरक्षण क्यों नहीं दिया। एक ओर तो राजद-कांग्रेस ने 23 वर्षों तक पंचायत का चुनाव नहीं कराया, जब कराया तो इन वर्गों को आरक्षण से वंचित कर दिया। जब वर्ष 2005 में बिहार में राजग की सरकार बनी तो पंचायत चुनाव में एकल पदों पर मुखिया, प्रमुख, जिला परिषद अध्यक्षों और वार्ड सदस्यों के लिए अतिपिछड़ों को 20 प्रतिशत, दलितों को 17 और महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया, जिसका परिणाम है कि आज इन वर्गों से हजारों जनप्रतिनिधि चुन कर आ रहे हैं। इसी तरह नौकरियों में जो आरक्षण की व्यवस्था है, वह जननायक कर्पूरी ठाकुर की उस सरकार की देन है जिसमें भाजपा भी शामिल थी।”

भाजपा नेता ने कहा कि अतिपिछड़ों की बेशुमार ताकत के बल पर ही श्री यादव कभी जिन्न निकालने का दावा करते नहीं थकते थे लेकिन चुनाव में जीत के बाद उन्हें कभी उनके मान-सम्मान की सुध नहीं रही। लालू-राबड़ी सरकार में एक ओर जहां दलितों को गाजर-मूली की तरह काटा गया वहीं अतिपिछड़ों को प्रताड़ित और अपमानित किया गया। उस दौर की प्रताड़ना और अपमान को स्वाभिमानी अतिपिछड़ा समाज कभी नहीं भूलेगा।

सूरज शिवा

वार्ता

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