नयी दिल्ली, 18 अक्टूबर ( वार्ता ) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ( आरएसएस ) के सह सरकार्यवाह (संयुक्त महासचिव ) डॉ. कृष्ण गोपाल ने कहा है कि भारत को पाँच हज़ार अरब की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए कृषि पर निर्भर आबादी को लघु उद्योग से जोड़ने की ज़रूरत है।
डॉ. कृष्णगोपाल ने सोमवार को यहां संघ से जुड़ी संस्था लघु उद्योग भारती के नए मुख्यालय 'विश्व कर्मा भवन' के लोकार्पण समारोह के दौरान अपने संबोधन में कहा कि कृषि क्षेत्र में प्रति व्यक्ति आय बहुत कम है, इसलिए कृषि मज़दूरी को औद्योगिक मज़दूरी में स्थानांतरित करना ज़रूरी है।
उन्होंने कहा कि देश की करीब 50 फीसदी आबादी कृषि पर निर्भर है जबकि सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में इस क्षेत्र का योगदान महज़ 15 फीसदी है।
डॉ. कृष्णगोपाल ने कहा कि लघु और मध्यम उद्योग से 11 करोड़ लोंगो का रोज़गार जुड़ा है और यह क्षेत्र 20 फीसदी जीडीपी में योगदान देता है। यदि कृषि से जुड़ी आबादी को इन उद्योगों से जोड़ा जाए तो प्रति व्यक्ति आय में बढ़ोतरी होगी और कुल 15 करोड़ लोगों को रोज़गार मिल सकेगा।
इस अवसर पर मौजूद सूक्ष्म , लघु, और मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी औद्योगिक प्रगति को भारत की प्रगति का मार्ग मानते हैं।
उन्होंने कहा कि लघु और मध्यम उद्योग के उत्पादन का निर्यात देश में कुल निर्यात का 50 फीसदी है और जीडीपी में यह 20 फीसदी का योगदान देता है। सरकार इस क्षेत्र में बढ़ोतरी करके और अधिक ध्यान देकर इस योगदान को 40 फीसदी करने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
श्री राणे उम्मीद जतायी कि भारत उत्पादन बढ़ाकर अमेरिका और चीन जैसे देशों के बराबर खड़ा होने की क्षमता रखता है।
इस कार्यक्रम में संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल , लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष बलदेवभाई प्रजापति , संगठन महासचिव प्रकाश, भाजपा दिल्ली इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता सहित कई पदाधिकारी उपस्थित रहे।
प्रणव, संतोष
वार्ता