श्रीनगर ,29 जून (वार्ता) हुर्रियत कॉन्फ्रेंस (एचसी) के पूर्व नेता सैयद अली शाह गिलानी ने सोमवार को कहा कि वित्तीय अनियमितता, जवाबदेही की कमी, कुप्रबंधन और असंवैधानिक फैसले लेने जैसे कई कारणाें से उन्हें इस संगठन को छोड़ना पड़ा।
श्री गिलानी ने हुर्रियत के अध्यक्ष के तौर पर सभी पदाधिकारियों को लिखे अपने दो पृष्ठ के विस्तृत पत्र के बारे में बताया कि नजरबंद होने के बावजूद उन्होंने संगठन के सदस्यों से सम्पर्क साधने की अपनी ओर से सर्वोत्तम कोशिश की थी। लेकिन किसी ने भी उनके पत्र का जवाब नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि आज आपने सवाल किए जाने की जरूरत महसूस की है लेेकिन मैं आपकी वित्तीय अनियमितताओं के कारण घुटन महसूस कर रहा था। आपको अपनी कुर्सियों को खोने का डर है, आपने बैठकें बुलानी शुरू कर दी और एक असंवैधानिक निर्णय का समर्थन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, “वर्ष 2003 में आप लोगों ने मुझे एचसी के नेतृत्व को संभालने के लिए मजबूर किया। आप मुझे आजीवन अध्यक्ष बनाना चाहते थे।” उन्होंने कहा कि आंदोलन के बड़े लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए संगठन में बेहतर प्रदर्शन और कुप्रबंधन को लगातार नजर अंदाज किया गया।
संतोष जितेन्द्र
वार्ता