Tuesday, Dec 10 2024 | Time 14:17 Hrs(IST)
image
राज्य


'विज्ञान, प्रौद्योगिकी,अनुसंधान में महिलाओं की भागीदारी भारत को नवाचार महाशक्ति बना सकती है'

'विज्ञान, प्रौद्योगिकी,अनुसंधान में महिलाओं की भागीदारी भारत को नवाचार महाशक्ति बना सकती है'

जम्मू, 11 फरवरी (वार्ता) जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को कहा कि विज्ञान, प्रौद्योगिकी और अनुसंधान में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी भारत को एक वैश्विक नवाचार महाशक्ति के रूप में बना सकती है।

श्री सिन्हा ने जम्मू विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय 'जम्मू-कश्मीर महिला विज्ञान कांग्रेस 2024' के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया और विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार में महिलाओं के नेतृत्व पथ को बदलने के लिए जम्मू विश्वविद्यालय और जम्मू-कश्मीर विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार परिषद की अनूठी पहल की सराहना की।

उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग एवं गणित (एसटीईएम) विषयों के सभी स्तरों पर लिंग अंतर को पाटने के लिए प्रदेश प्रशासन के लगातार प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, "आज, मुझे यह देखकर खुशी हो रही है कि हमारी बेटियां नवाचार और बदलाव ला रही हैं।"

उन्होंने कहा, “हमें महिला वैज्ञानिकों और तकनीकी नेताओं पर गर्व है। अंतरिक्ष से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तक, उद्यमिता से लेकर स्वास्थ्य सेवा तक, शिक्षा से नवाचार तक, कृषि से अनुसंधान तक, नारी शक्ति बाधाओं को तोड़ रही है और नई पीढ़ी को प्रेरित कर रही है।”

उपराज्यपाल ने शैक्षणिक संस्थानों और विभागों को विज्ञान तथा संबद्ध विषयों में महिलाओं की भागीदारी को और बढ़ाने के लिए नीतिगत हस्तक्षेप करने का निर्देश दिया।

उन्होंने कहा, “मेरा दृढ़ विश्वास है कि विज्ञान, प्रौद्योगिकी और अनुसंधान में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी भारत को एक वैश्विक नवाचार महाशक्ति के रूप में बना सकती है। जम्मू-कश्मीर में महिलाओं के नेतृत्व में विकास हमारा मुख्य उद्देश्य है। इस लक्ष्य को हासिल करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। ”

उन्होंने प्रदेश की महिला वैज्ञानिकों और नवप्रवर्तकों को समर्पित प्रकाशनों और फिल्मों के लिए प्रमुख लेखकों और फिल्म निर्माताओं को बोर्ड पर लेने के लिए विश्वविद्यालयों और विभिन्न हितधारकों पर दबाव डाला।

उन्होंने कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी में पीएचडी पाठ्यक्रमों और विशेष अनुसंधान परियोजनाओं में महिला भागीदारी में वृद्धि सुनिश्चित की जानी चाहिए। इसके अलावा एसटीईएम विषयों से जुड़ी महिला वैज्ञानिकों को आवश्यक वित्तीय और तकनीकी संसाधन सहायता प्रदान की जानी चाहिए।

उन्होंने जम्मू-कश्मीर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग को नीति आयोग के महिला उद्यमिता मंच के साथ एकीकृत एक विशेष सेल स्थापित करने का निर्देश दिया।

इस अवसर पर, उपराज्यपाल ने जम्मू-कश्मीर महिला विज्ञान कांग्रेस 2024 पर सार पुस्तिका का विमोचन किया।

जम्मू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर उमेश राय, सीएसआईआर-भारतीय रासायनिक जीवविज्ञान संस्थान, कोलकाता की निदेशक प्रोफेसर विभा टंडन, जम्मू-कश्मीर महिला विज्ञान कांग्रेस की संयोजक प्रोफेसर अंजू भसीन सहित कई गणमान्य लोग इस मौके पर उपस्थित रहे।

संतोष

वार्ता

image