लखनऊ,14 जून (वार्ता) उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने पशुपालन विभाग में फर्जी टेण्डर के माध्यम से धोखाधड़ी कर एक व्यक्ति से नौ करोड़ 72 लाख रूपये की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए विभाग के मंत्री के निजी सचिव समेत चार जालसाजों को रविवार को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया।
एसटीएफ के प्रभारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विशाल विक्रम सिंह ने यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन्दौर मध्य प्रदेश के पशुपालन विभाग के आवेदक मन्जीत सिंह भाटिया उर्फ रिंकू निवासी पुरनीता कालोनी बिचोेली हप्सी,के साथ टेण्डर के माध्यम से धोखाधड़ी कर नौ करोड़ 72 लाख की ठगी करने के सम्बन्ध में शिकायती प्रार्थना पत्र की एसटीएफ द्वारा जाँच की जा रही थी।
उन्होंने बताया कि जांच के क्रम में लखनऊ एसटीएफ को अभिसूचना संकलन के माध्यम से पता लगा कि पशुपालन विभाग के विधानसभा सचिवालय स्थित सरकारी कार्यालय में कुछ सरकारी कर्मियों एवं उनके सहयोगियों द्वारा अपने पद एवं सरकारी कार्यालय एवं संसाधनों का दुरूपयोग कर आर्थिक लाभ प्राप्त किया जा रहा है, जिसके सम्बन्ध में उनके द्वारा एसटीएफ मुख्यालय की एक टीम गठित कर कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था। इसी कम्र में एसटीएफ ने
उक्त शिकायत से सम्बन्धित शिकायतकर्ता तथा उसके सहयोगीगण से सम्पूर्ण घटनाक्रम की जानकारी की गयी और उसके बाद आरोपियों को पूछताछ के लिए एसटीएफ कार्यालय पर बुलवाया गया।
श्री सिंह ने बताया कि उन लोगों से पूछताछ की गयी। इसी क्रम में शिकायतकर्ता द्वारा थाना हजरतगंज लखनऊ में इस सम्बन्ध में भारतीय दण्ड विधान की धारा 406, 419, 420, 467,468, 471, 120 बी भा0दवि0 व 7/13 भ्रष्टाचार निवारण कानून के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया गया, जिसके विवेचक क्षेत्राधिकारी, गोमतीनगर एवं प्रभारी निरीक्षक, हजरतगंज ने अपनी टीम के साथ एसटीएफ मुख्यालय उपस्थित आये तथा पूछताछ के मध्य आरोपित आशीष राय, रजनीश दीक्षित ,धीरज कुमार ने जुर्म स्वीकार करने और उनके विरूद्ध प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर एसटीएफ तथा लखनऊ पुलिस ने आज गिरफ्तार कर लिया गया तथा चौथे आरोपी ए के राजीव को उसके नेहरू इन्क्लेव स्थित घर से गिरफ्तार किया गया।
त्यागी
जारी वार्ता