भुवनेश्वर, 09 अगस्त (वार्ता) ओडिशा में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के पिछले 24 घंटों में 1,734 नए मामले आने के साथ ही संक्रमितों की संख्या 45,927 हो गई और13 लोगों की मौत होने से मृतकों का आंंकड़ा बढ़कर 272 हो गया है।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के सूत्रों ने बताया कि इस दौरान गंजम जिले के अस्पतालों में इलाज करा रहे छह मरीजों की मौत हो गई। खोरदा और कोरापुट जिलों में दो लोगों की मौत हुई जबकि बारगढ़, नयागढ़ और बालासोर जिले में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।
सूतों ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण मारे गए 13 मरीजों में से सात लोग की उम्र 60 वर्ष से अधिक थी और ये अन्य बीमारियों से भी ग्रस्त थे। पुरी जिले में एक कोविड मरीज की मौत कई अन्य बीमारियों के कारण हुई है। राज्य में इस तरह अब तक 49 लोगों की मौत हो चुकी है। नए 1,734 मामलों में से 1,075 मामले क्वारंटीन केन्द्रों के और 659 मामले स्थानीय संपर्क के है।
खोरदा में आज दूसरे दिन भी सबसे अधिक 342 मामले सामने आए, इसके बाद गंजम में 222, कटक में 177, सुंदरगढ़ में 126, नयागढ़ में 106, गजपति में 85, बालासोर में 73 और कोरापुट में 60 मामले सामने आए है। गंजम जिला 12,855 संक्रमितों और 131 मृतकों के साथ राज्य में शीर्ष पर बना हुआ है, जबकि खोरदा 6,445 मामले और 35 मौतों के साथ दूसरे स्थान पर है। सुंदरगढ़ जिले में अब तक 17, गजपति में 16, कटक में 11, रायगढ़ में 10 और बालासोर, नयागढ़ तथा कंधमाल जिले में पांच-पांच लोगों की मौत हो चुकी है। पुरी, क्याेंझर और भद्रक जिलो में चार-चार कोविड मरीजों की मौत की रिपोर्टें है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य में अब तक 6,34,090 नमूनों की जांच की गई और 45,927 लोग संक्रमित पाए गए। राज्य में अब तक 30,242 लोग स्वस्थ हो चुके है और सक्रिय मामले 15,364 है। यहां 272 कोविड मरीजों और 49 गैर कोविड मरीजों की मौत हो चुकी है। राज्य में 15,189 लोग अस्पताल में आईसोलेशन में है।
कोरोना वायरस की रोकथाम के उपायोें को कड़ाई से लागू करने के लिए सरकार ने आज निजी स्वास्थ्य संस्थाओं को कोविड मरीजों के उपचार के बारे में एक अधिसूचना जारी की है जिसमें निजी अस्पताल जिनमें 30 या उससे अधिक बिस्तर हैं, उन्हें कोविड मरीजों के लिए कम से कम 10 प्रतिशत बिस्तर आरक्षित करने होंगे। इन अस्पतालों को सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार यथा संभव इलाज और नियमित रूप से मरीज की जानकारी, उपचार, बेड की उपलब्धता और इसके लिए किए गए भुगतान के बारे में सरकार से सभी जानकारी साझा करनी होगी।
उन्होंने कहा कि निजी अस्पताल को मरीजों से उचित शुल्क ही लेना है और अत्यधिक अतिरिक्त शुल्क लेने वाले और निर्देशों का पालन नहीं करने वाले अस्पतालों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
राम जितेन्द्र
वार्ता