नयी दिल्ली, 08 जनवरी (वार्ता) आस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग से वर्ष के पहले ग्रैंड स्लेम आस्ट्रेलियन ओपन के आयोजन पर खतरा मंडरा रहा है, इसके बावजूद इस टूर्नामेंट के लिये भारत से 10 बॉल किड्स का चयन किया गया है।
भारत में चौथे सबसे बड़े ऑटो निर्माता किया मोटर्स इंडिया ने आस्ट्रेलियन ओपन बॉलकिड्स इंडिया प्रोग्राम 2020 के दूसरे सीजन के विजेताओं की बुधवार को यहां घोषणा की। आस्ट्रेलियन ओपन के अधिकारियों की मेंटरशिप के तहत 10 बच्चों का चयन किया गया और ये बच्चे इस ग्रैंड स्लेम में आधिकारिक बॉल किड्स के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
किया मोटर्स का साल के पहले ग्रैंड स्लैम आस्ट्रेलियन ओपन के साथ साझेदारी का यह दूसरा साल है और कंपनी ने इसके लिए पूरे देश में इन बच्चों के चयन के लिए एक विस्तृत चयन प्रक्रिया का आयोजन किया था जिसमें 550 भागीदारों ने अपना पंजीकरण कराया था और 10 शहरों में ट्रायल का आयोजन किया गया। कड़ी ट्रेनिंग के बाद 10 बच्चों का चयन किया गया जिनमें से दो गुरूग्राम से हैं।
ये चुने गए बच्चे 12 से 15 साल के हैं। इनमें गुरूग्राम से दिव्यांशु पांडे और हर्षिता पंडिता भी शामिल हैं। हैदराबाद से आदित्य बीएमवी और संस्कृति वदाकट्टु, अहमदाबाद से अर्थवा हितेंद्र, कोलकाता से अत्रिजो सेनगुप्ता, पंजाब के पंचकूला से रिजुल भाटिया, चंडीगढ़ से सरगम सिंगला और यशवर्धन गौड़ तथा मुंबई से शार्विन कौस्तुभ शामिल हैं।
इस अवसर पर किया मोटर्स इंडिया के उपाध्यक्ष और बिक्री एवं वाणिज्य प्रमुख मनोहर भट्ट ने कहा,“आस्ट्रेलियन ओपन के लिए चुने गए बॉलकिड्स को मैं अपनी शुभकामनाएं देता हूं। आस्ट्रेलियन ओपन बॉलकिड्स इंडिया प्रोग्राम के दूसरे सीजन की प्रति लोगों की प्रतिक्रिया को देखकर हम अभिभूत हैं और हम ऐसे ही कार्यक्रमों से भारत में खेल की भावना को अपना समर्थन देना जारी रखेंगे।”
इस मौके पर चुने गये बच्चे मौजूद थे जिन्हें किया मोटर्स की ओर से प्रमाण पत्र सौंपे गये। किया मोटर्स फीफा विश्व कप और आस्ट्रेलियन ओपन जैसे विभिन्न वैश्विक खेल टूर्नामेंटों के साथ जुड़ा रहा है। राज प्रीति
वार्ता