मोगा ,10सितंबर (वार्ता) पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के सर्वे के मुताबिक पिछले पंद्रह सालों में करीब 14,667 किसानों तथा खेत मजदूरों ने आत्महत्या की ।
यह जानकारी पीएयू के कृषि पत्रकारिता विभाग के प्रो0 सरबजीत सिंह ने आज यहां दी । उन्होंने बताया कि यह सर्वे 2000 -2015 के दौरान घर -घर जाकर कराया गया था। उन्होंने कहा कि कृषि विश्विद्यालय ने गैर सरकारी संगठनों तथा अन्य सामाजिक क्षेत्र से जुड़े नेताओं के सहयोग से अाज वर्ल्ड सुसाइड प्रीवेंशन डे मनाया ।
प्रो0 सिंह ने बताया कि मालवा क्षेत्र के छह जिले लुधियाना ,संगरूर , मानसा , बठिंडा , बरनाला ,मोगा, लुधियाना में किये गये सर्वे से पता चला है कि कम से कम तीन किसान रोजाना आत्महत्या करते हैं तथा करीब 83फीसदी आत्महत्यायें कर्ज के कारण होती हैं । इसके अलावा 75 फीसदी आत्महत्या करने वालों में सीमांत ,छोटे तथा मंझोले किसान
हैं ।
उन्होंने कहा कि किसान आत्महत्यायें रोकने के लिये उठाये गये कदमों के तहत नेशनल एग्रीकल्चरल साइंस की आेर से पीयू ,तेलंगाना ,मराठवाडा कृषि विश्वविद्यालय को लीड सेंटर चुना गया है ।
सं शर्मा विक्रम
वार्ता