मोनाको, 14 फरवरी (वार्ता) रियो अोलंपिक में भाग लेने वाली शरणार्थी टीम को वर्ष 2016 का प्रतिष्ठित लॉरियस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। 10 सदस्यीय इस टीम में सीरिया, कोंगो, इथाेपिया और दक्षिण सूडान के शरणार्थियों ने रियो ओलंपिक में एथलेटिक्स,तैराकी आैर जूडो में भाग लिया था। शरणार्थी दल की दल प्रमुख और केन्या की धाविका तेगला लोरौप ने संवाददाता सम्मेलन में कहा,“ यह पुरस्कार उन साढ़े छह करोड़ लोगों के लिए हैं जो लड़ाई के कारण दुनिया में विस्थापित हो गए हैं और अपने देश वापिस नहीं जा पा रहे हैं। हम 10 लोगों में से हरेक ने विषम परिस्थितियों का सामना किया है और कठिन हालात से निकलकर यहां तक पहुंचे हैं। हमने ऐसे सफर किये हैं जिनकी कल्पना तक नहीं की जा सकती है।” इन 10 खिलाड़ियों में से सीरियी की तैराक रैमी अनीस ने गृह शहर एलेप्पो को छोड़ने के बाद तुर्की से यूनान तक समुद्र को पार किया था और बेल्जियम पहुंची थी। एजाज राज वार्ता