नयी दिल्ली 04 अप्रैल (वार्ता) देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष में 37.5 फीसदी की बढ़त के साथ 22 हजार इकाई पर पहुँच गयी, जिसमें 20 हजार दुपहिया वाहन और दो हजार फोर व्हीलर शामिल है। इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनियों के शीर्ष संगठन सोसाइटी ऑफ मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (एसएमईवी) के आज जारी आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2014-15 में 16 हजार इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री हुयी थी। एसएमईवी के निदेशक (कॉर्पोरेट मामले) सोहिंदर गिल ने बताया, “वित्त वर्ष 2015-16 में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में 37.5 प्रतिशत की उछाल से हम खासे उत्साहित हैं। लेकिन, वर्ष 2020 तक भारतीय सड़कों पर 50 से 60 लाख ई-वाहनों को उतारने का लक्ष्य हासिल करने के लिए बुनियादी ढांचा विकास की राह की अड़चनों को दूर करने के साथ ही सस्ते ऋण की उपलब्धता जरूरी है।” उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वाहनों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एसएमईवी ने बैटरी चार्ज करने के लिए नयी प्रौद्योगिकी का विकास किया है। इसके जरिये किसी एक शहर में तीन महीने के अंदर 1000 चार्जिंग स्टेशन स्टेशन स्थापित किये जा सकते हैं। तीस हजार रुपये के निवेश से एक चार्जिंग स्टेशन बनाया जा सकता है। इन स्टेशनों के निर्माण के लिए सरकार से हर प्रकार का सहयोग अपेक्षित है। सूरज.शैलेन्द्र वार्ता