बेंगलुरु, 27 मई (वार्ता) कर्नाटक की कांग्रेस सरकार के 24 मंत्रियों ने शनिवार को शपथ ग्रहण किया हालांकि उनमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का साथ छोड़कर लिंगायत वोट बैंक को कांग्रेस के पक्ष में झुकाने में मदद करने वाले जगदीश शेट्टार और लक्ष्मण सावदी शामिल नहीं रहें।
राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने सभी मंत्रियों को राजभवन में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी। शपथ लेने वाले 24 विधायकों में से छह लिंगायत और चार वोक्कालिगा समुदाय के विधायकों को सिद्धारमैया कैबिनेट में जगह मिली है। अनुसूचित जाति के तीन, अनुसूचित जनजाति के दो और अन्य पिछड़ा वर्ग से पांच विधायक भी शामिल किये गये हैं।
इसके अलावा, मुस्लिम, जैन, ब्राह्मण और नामधारी रेड्डी समुदायों के एक-एक प्रतिनिधि हैं तथा केवल एक महिला लक्ष्मी आर हेब्बलकर को कैबिनेट का हिस्सा बनाया गया है। श्रीमती हेब्ब्लकर ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा के नागेश अन्नप्पा मनोलकर को हराकर बेलगावी ग्रामीण से अपनी सीट बरकरार रखी थी।
कर्नाटक के 31 जिलों में से उडुपी, चिक्कमगलुरु, मदिकेरी, कोलार, हावेरी, रामनगर, हासन और बेंगलुरु ग्रामीण के विधायकों को मंत्री नहीं बनाया गया है। मंगलुरु और चामराजनगर का प्रतिनिधित्व यूटी खादर और सी पुट्टारंगशेट्टी ने किया है, जिन्हें निचले सदन का अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुना गया है।
शपथ लेने वाले कैबिनेट मंत्रियों के नाम हैं, एचके पाटिल, कृष्णा बायरे गौड़ा, एन चेलुवरायस्वामी, के वेंकटेश, एचसी महादेवप्पा, ईश्वर खांद्रे, क्याथासंद्रा एन राजन्ना, दिनेश गुंडू राव, शरणबसप्पा दर्शनापुर और शिवानंद पाटिल। अन्य मंत्री हैं, तिम्मापुर रामप्पा बलप्पा, एसएस मल्लिकार्जुन, तंगदगी शिवराज संगप्पा, शरणप्रकाश रुद्रप्पा, पाटिल मंकल वैद्य, लक्ष्मी आर हेब्बलकर, रहीम खान, डी सुधाकर, संतोष एस लाड, एनएस बोसेराजू, बीएस सुरेश, मधु बंगारप्पा, डॉ. एमसी सुधाकर, और बी नागेंद्र।
इस बीच, तनवीर सैत, रुद्रप्पा लमानी और लक्ष्मण सावदी के समर्थकों ने अपने-अपने नेताओं को मंत्री पद से वंचित करने के लिए कांग्रेस के खिलाफ रोष व्यक्त किया।
यामिनी,आशा
वार्ता