लखनऊ 14 जनवरी (वार्ता) उत्तर प्रदेश 16 जनवरी से शुरू होने वाले कोविड वैक्सीन टीकाकरण के पहले दिन 317 सत्र संचालित किये जायेंगे।
मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में गुरूवार को कोविड-19 वैक्सीनेशन के पहले चरण के सिलसिले में आयोजित स्टेट स्टेयरिंग कमेटी फाॅर इम्यूनाजेशन की बैठक आयोजित की गयी।
श्री तिवारी ने बताया कि टीकाकरण का शुभारम्भ 16 जनवरी को किया जायेगा। शुभारम्भ के दिन 317 सत्र उत्तर प्रदेश में संचालित किये जायेंगे, जिसमें से जिला महिला अस्पताल वाराणसी तथा एमएलबी मेडिकल काॅलेज, झांसी में टु-वे वेबकास्टिंग की जायेगी तथा अन्य 315 सत्र केवल व्यू ओनली मोड पर रहेंगे। टीकाकरण शुभारम्भ के दिन प्रदेश के सभी कोविड अस्पतालों के चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण प्राथमिकता के आधार पर करा दिया जायेगा।
अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रत्येक टीकाकरण स्थल पर लाभार्थियों की संख्या एवं स्थान की उपलब्धता के अनुसार एक से तीन सत्र आयोजित किये जायें। बड़े चिकित्सालयों में स्थान उपलब्ध होने पर तीन से अधिक सत्र आयोजित किये जा सकते हैं। प्रत्येक सत्र के लिए तीन कमरों की आवश्यकता होगी, जिन्हे प्रतीक्षालय, टीकाकरण कक्ष एवं निगरानी कक्ष के रूप में प्रयोग किया जायेगा। बड़े शहरों में आवश्यकतानुसार प्राइवेट चिकित्सालयों, जहां 100 से अधिक हेल्थ केयर वर्कर्स हैं, उनमें भी टीकाकरण सत्र नियोजित किये जा सकते हैं।
उन्होने बताया कि प्रथम चरण में हेल्थ वर्कर्स का कोविड-19 टीकाकरण किया जाना है जिसमें प्रदेश के सरकारी एवं गैर सरकारी स्वास्थ्य इकाईयों में कार्यरत अधिकारी एवं कर्मचारी शामिल हैं। साथ ही स्वास्थ्य विभाग से सम्बन्धित अन्य विभागों के कर्मियों यथा-आशा, आंगनबाड़ी, सुपरवाइजर को भी सम्मिलित किया जाना है। दूसरे चरण में अन्य विभागों के फ्रन्टलाइन वर्कर्स का कोविड-19 टीकाकरण किया जाना है, जिसमें राज्य एवं केन्द्रीय पुलिस विभाग, सशस्त्र बल, होमगार्ड, जेल कर्मचारी, आपदा प्रबन्धन एवं नगरपालिकाओं के अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं का कोविड-19 टीकाकरण किया जायेगा।
तीसरे चरण में 50 वर्ष से अधिक आयु के समस्त लोगों तथा 50 वर्ष से कम किन्तु डायबिटीज, सांस रोग, कैन्सर, उच्च रक्त चाप जैसे रोगों से ग्रसित व्यक्तियों का टीकाकरण किया जाना प्रस्तावित है।
उन्होंने बताया कि टीकाकरण अभियान के प्रथम चरण में लगभग 1500 स्थान टीकाकरण हेतु चिन्हित किये जाने हैं। प्रथम चरण की गतिविधियां मुख्य रूप से सरकारी चिकित्सालयों में नियोजित किया जाना है, जिसमें मुख्य रूप से स्वास्थ्य केन्द्र, ब्लाॅक स्तरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, जिला चिकित्सालय, जिला संयुक्त चिकित्सालय, जिला महिला चिकित्सालय, नगरीय स्वास्थ्य केन्द्र, रेलवे अस्पताल, सीजीएचएस चिकित्सालय, सरकारी एवं प्राइवेट मेडिकल काॅलेज आदि को चयनित किया जाना है।
बैठक में बताया गया कि प्रत्येक सत्र में दो सुरक्षाकर्मी-पुलिस, होमगार्ड कर्मी, एक जांचकर्ता, एक वैक्सीनेटर, एक मोबिलाइजर सहित कुल पांच कर्मियों की नियुक्ति की जाये एवं प्रथम एवं द्वितीय चरण में एक अतिरिक्त वैक्सीनेटर की भी नियुक्ति की जाये। प्रत्येक टीकाकरण सत्र पर प्रतिदिन लगभग 100 लाभार्थियों को टीकाकरण किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में हेल्थ केयर वर्कर्स के टीकाकरण के लिये प्रत्येक सप्ताह दो टीकाकरण सत्र आयोजित किये जायें,
टीकाकरण के लिये 75 जिलों में 4,639 चिकित्सा अधिकारियों एवं अन्य स्टाफ को प्रशिक्षित किया जा चुका है। आपरेशनल गाइडलाइन के अनुसार ब्लाक लेवल पर 25,555 एएनएम तथा 1,50,748 आशा, एडब्ल्यूडब्ल्यू आदि को फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में ट्रेनिंग दी जा चुकी है।
प्रदीप
वार्ता