नयी दिल्ली,16 जनवरी (वार्ता) एशियन इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज (एआईएमएस), फरीदाबाद ने थ्री डी एडवांस्ड मिनिमल एक्सेस सर्जिकल रोबोट के साथ चिकित्सा के क्षेत्र में एक नयी शुरुआत की है।
एआईएमएस, फरीदाबाद ने रोबोट के माध्यम से सर्जरी को आसान और बेहतर बनाने का प्रयास किया है। वर्सियस रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम ने मौजूदा सर्जिकल सेगमेंट में एक नया आयाम जोड़ दिया है।
एआईएमएस के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डॉ एन के पांडेय ने बताया कि रोबोटिक सर्जरी के दौरान कम रक्तस्राव, घाव और संक्रमण कम होने के साथ ही जटिलताओं में भी कमी आएगी। समय के साथ सटीक सर्जरी करने में भी सर्जन को मदद मिलेगी। सर्जरी के बाद रोगी को कम से कम समय तक अस्पताल में रहना पड़ेगा।
डॉ पांडेय ने कहा कि सर्जिकल रोबोट के साथ सर्जरी के नये युग की शुरुआत कैंसर के साथ ही अन्य सर्जरी में बेहतर परिणाम देगी और रोगियों को भी पारंपरिक सर्जरी के जोखिम से काफी राहत मिलेगी। एआईएमएस, फरीदाबाद ने मरीजों की बेहतर देखभाल और नयी सदी की उन्नत तकनीक को अपनाते हुए इस रोबोटिक सर्जरी को लागू किया है।
रोबोटिक सर्जरी में अगली पीढ़ी के उन्नत सर्जिकल रोबोट आन्कोलॉजी, यूरोलॉजी, थौरेसिक सर्जरी और सामान्य सर्जिकल प्रक्रिया जैसे कि पित्ताशय की पथरी, हार्निया की सर्जरी के क्षेत्र में एक बेहतर नयी शुरुआत होगी।
रोबोटिक सर्जरी को इस तरह से तैयार किया गया है कि इससे बेहतर थ्री डी विजुअलाइजेशन के साथ, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीनों के इस्तेमाल से सर्जन को बेहतर, सुरक्षित और सटीक सर्जरी करने में मदद मिलेगी।
डॉ पांडेय ने बताया कि वर्सियस सर्जिकल रोबोट सर्जन की गलतियों को कम करने के साथ ही उनका कौशल बढ़ायेगी। इस सर्जरी में रोगी को दर्द कम होगा और सर्जरी के दौरान होने वाले जोखिम में भी कमी आएगी। रोबोटिक सर्जरी कैंसर, वजन कम करने और प्रत्यारोपण सर्जरी में बेहतर परिणाम देती है। रोबोटिक तकनीक का लक्ष्य है कि सर्जरी की प्रक्रिया में सटीकता आए और संक्रमण की आशंका कम हो। इससे सर्जिकल के क्षेत्र में काफी सुधार होगा।
उन्होंने रोबोटिक सर्जरी की खासियत के बारे में कहा कि यह सर्जरी के दौरान प्रभावित अंग के आपरेशन के दौरान मरीज के अंगों के ऊत्तकों की सुरक्षा के साथ-साथ स्वस्थ ऊत्तकों को भी संरक्षित करता है। इस सर्जरी के बाद शरीर पर हल्के निशान रहते हैं। दर्द में कमी के साथ ही मरीज को कम समय तक अस्पताल में रहना होगा। संक्रमण की दर कम होने के कारण मरीज को स्वस्थ होने में भी कम समय लगेगा। रोबोटिक सर्जरी में छोटा चीरा लगने के कारण मरीज जल्द से जल्द अपनी दैनिक जीवनचर्या में लौट सकेंगे। पारंपरिक सर्जरी की तुलना में संक्रमण का जोखिम कम होता है।
वर्सियस थ्रीडी मिनिमल एक्सेस सर्जिकल रोबोटिक सिस्टम को रोबोटिक्स सर्जरी में सटीकता और बेहतर परिणाम के लिए डिजाइन किया गया है। इससे सर्जन को कैंसर और अन्य सर्जरी में बेहतर परिणाम देने में काफी मदद मिलेगी। इसी वजह से वर्सियस रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम को अगली पीढ़ी का सर्जिकल रोबोट कहा जाता है।
श्रवण मनोहर
वार्ता