नयी दिल्ली 01 जुलाई (वार्ता) भारतीय रेलवे की नयी समय सारणी सोमवार से लागू हो गयी जिसमें 40 नयी रेलसेवाएं शुरू करने, 21 के मार्ग में विस्तार करने और आठ गाड़ियों के फेरे बढ़ाने के साथ ही 261 गाड़ियों की रफ्तार बढ़ायी गयी है। दो शताब्दी एक्सप्रेस और एक गरीबरथ एक्सप्रेस को बंद करके इनके स्थान पर एक्सप्रेस गाड़ियों को लाया गया है।
ट्रेन एट ए ग्लांस में गाड़ियों के रैक के उपयोग को बढ़ाते हुए 40 नयी रेल सेवाएं शुरू की गयीं है, 21 सेवाओं का विस्तार किया गया है और आठ सेवाओं के फेर बढ़ाए गये हैं। दिल्ली से माेगा और दिल्ली से लुधियाना की शताब्दी को इंटरसिटी एक्सप्रेस में बदला गया है। जबकि कानपुर काठगोदाम गरीबरथ को एक्सप्रेस सेवा में बदला गया है।
समयसारणी के अनुसार रेलवे ने अपने 2700 रैकों में से एक हजार का मानकीकरण कर लिया है। इससे उनकी परिचालन क्षमता भी बढ़ गयी है। मिशन रफ्तार के अनुसार 261 गाड़ियों की यात्रा अवधि में कमी लायी गयी है। 141 पैसेंजर गाड़ियों के रैक बदल कर मेमू /डेमू के रैक लगाये गये हैं। इससे उनकी गति बढ़ी है।
रेलवे ने 12 गाड़ियों के टर्मिनल बदल दिये हैं जबकि इंजन बदलने की समस्या के कारण 27 जाेड़ा ट्रेनों को मुख्य शहरों के सैटेलाइट स्टेशनों पर शिफ्ट कर दिया है।
समयसारणी में किसी नयी वंदे भारत एक्सप्रेस की घोषणा नहीं की गयी है। इस समय एक वंदे भारत एक्सप्रेस, 34 हमसफर एक्सप्रेस, 11 अंत्योदय एक्सप्रेस, दो तेजस एक्सप्रेस, एक उदय एक्सप्रेस को शामिल किया गया है। ये गाड़ियां पहले से चल रही हैं।
वंदे भारत, गतिमान, शताब्दी, राजधानी, दूरंताे, हमसफर, तेजस, अंत्योदय, गरीबरथ, संपर्कक्रांति, युवा, जनशताब्दी आदि 3600 एक्सप्रेस गाड़ियां चल रहीं हैं। इनके अलावा 4300 पैसेंजर ट्रेनें और 5500 डेमू /मेमू गाड़ियां चल रहीं हैं। इनके माध्यम से रेलवे राेजाना करीब दो करोड़ 27 लाख यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाती है और रोजाना करीब 322 करोड़ 66 लाख किलोमीटर का सफर करती है।
सचिन, उप्रेती
वार्ता