बीजिंग, 04 फरवरी (वार्ता) चीन ने घातक कोरोना वायरस की चपेट में आकर मरने वालों की संख्या बढ़कर 425 होने के बाद मंगलवार को इस जन स्वास्थ्य संबंधी संकट से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग की अपील की। अभी तक 11 देशों ने महामारी रोकथाम एवं नियंत्रण इकाइयों को भेजा है।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनिइंग ने कहा, “ वायरस कोई सीमा नहीं जानता है। महामारी अस्थायी है, लेकिन सहयोग रहता है। जन स्वास्थ्य संबंधी संकट का सामना करते हुए देशों को कठिनाइयों का सामना करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। यह सभी के साझा हितों की पूर्ति करता है। ”
उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ ने वर्ष 2019 को जन स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया है, जिसका प्रमुख उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन देशों की मदद करना है जो कमजोर स्वास्थ्य प्रणाली रखते हैं और आवश्यक अंतरराष्ट्रीय सहायता प्राप्त करने के लायक हैं। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ चीन के खिलाफ यात्रा एवं व्यापार प्रतिबंधों को सहमति नहीं प्रदान करता है।
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के मुताबिक सोमवार तक पूरे देश में 20438 लोगों में नये कोरोना वायरस की पुष्टि हो चुकी थी जबकि इससे संक्रमित 425 लोगों की मौत हो चुकी है।
हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान में मरने वालों की संख्या 313 पहुंच गयी है जो कि कुल मृतकों का 74 प्रतिशत है।
डब्ल्यूएचओ की सोमवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक चीन के बाहर भारत समेत विभिन्न देशों में 153 लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हो चुकी है। लेकिन यह चीन में प्रभावित संख्या का यह महज एक फीसदी है।
गौरतलब है कि वर्ष 2009 में अमेरिका से फैले एच1एन1 फ्लू 214 क्षेत्रों और देशों में फैला था।
संयुक्त राष्ट्र के बाल कोष समेत 11 विभिन्न देशों की ओर से आपदा रोकथाम एवं नियंत्रण की आपूर्तियां रविवार तक चीन पहुंच चुकी थी। इनमें दक्षिण कोरिया, जापान, ब्रिटेन, फ्रांस, तुर्की, पाकिस्तान, कजाख्स्तान, हंगरी, ईरान, बेलारूस और इंडोनेशिया शामिल हैं।
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संजय.श्रवण
वार्ता