गांधीनगर, 18 सितंबर (वार्ता) गुजरात की 14 वीं विधानसभा का संक्षिप्त दो दिवसीय मानसून सत्र आज से शुरू हुआ और पहले दिन दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर शोक प्रस्ताव पारित कर सदन की कार्यवाही कल तक स्थगित कर दी गयी।
उधर आज सदन के बाहर विपक्षी कांग्रेस के आक्रामक रूख को देखते हुए कल सदन के हंगामेदार रहने की पूरी संभावना है।
कांग्रेस ने राज्य की विजय रूपाणी सरकार के खिलाफ अविश्वास का प्रस्ताव लाने के लिए एक नोटिस भी दे रखा है हालांकि तकनीकी कारणों से इस पर चर्चा होने की संभावना नहीं है। आज पहले दिन किसानों की कर्जमाफी और ऐसे अन्य मुद्दों को लेकर कांग्रेस ने किसान आक्रोश रैली का आयोजन यहां सत्याग्रह छावनी मैदान में किया हालांकि इस दौरान कम उपस्थिति चर्चा का विषय बना हुआ है। पार्टी के प्रदेश प्रभारी राजीव सातव और प्रदेश अध्यक्ष अमित चावड़ा इसमें भाग लेने के लिए बैलगाड़ी में सवार होकर पहुंचे। श्री सातव ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार किसानों की कर्जमाफी, उन्हें फसल का उचित मूल्य दिलाने समेत विभिन्न मुद्दों पर पूरी तरह विफल रही है। श्री चावड़ा ने राज्य सरकार से किसानों के कर्ज और अन्य मुद्दों को लेकर एक श्वेत पत्र जारी करने की मांग की। रैली के बाद विधानसभा का घेराव करने निकले श्री सातव, श्री चावड़ा और अन्य वरिष्ठ नेताओं तथा कई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इसके मद्देनजर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गये थे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं की धक्कामुक्की से एक पुलिसकर्मी के घायल होने की भी सूचना है।
आज पहले दिन सदन में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने स्वर्गीय वाजपेयी के लिए विशेष शोक प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि देश ने दिव्य चेतना वाला एक नेता खो दिया है। अटलजी बहुमुखी प्रतिभा वाले व्यक्तित्व थे और उनकी विदाई से भारतीय राजनीति के एक अध्याय का अंत हो गया है।
विधानसभा सचिव डी एम पटेल ने यूनीवार्ता को दूसरे और अंतिम दिन यानी 19 सितंबर को सदन की दो बैठकें होंगी जिनमें से पहली में जीएसटी, मकान के स्वामित्व, स्थानिय निकाय तथा महिलाओं के गले से चैन आदि छीनने वाले झपटमारों के लिए सात वर्ष से अधिक की कड़ी सजा का प्रावधान करने वाले संशोधन विधेयक समेत कुछ चार विधेयक और दूसरे में बायोटेक विश्वविद्यालय की स्थापना और माध्यमिक तथा उच्च माध्यमिक शिक्षा कानून में संशोधन संबंधी कुल दो विधेयक यानी कुल मिला कर छह विधेयक सदन के पटल पर रखे जायेंगे।
कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव संबंधी नोटिस के बारे में पूछे जाने पर श्री पटेल ने बताया कि यह विधानसभा अध्यक्ष के विचाराधीन है। यह भी सदन में दूसरे ही दिन लाया जा सकता है। हालांकि उपमुख्यमंत्री नीतिन पटेल ने दावा किया कि तकनीकी खामियों के चलते प्रस्ताव सदन में नहीं रखा जायेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में लगातार चुनावी पराजयों से कुंठित कांग्रेस किसानों के मुद्दों की आड़ में किसान आक्रोश रैली का आयोजन कर दरअसल सत्ता नहीं पाने की अपनी निराशा से उपजे गुस्से को जाहिर कर रही है। इसकी किसानों की समस्या को हल करने में कोई रूचि नहीं है यह केवल इससे राजनीतिक और चुनावी लाभ लेना ही चाहती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों के लिए कई कदम उठा चुकी है और उठा रही है।
ज्ञातव्य है कि पिछले साल नवंबर में हुए चुनाव के बाद गठित गुजरात की 14 वीं विधानसभा का यह कुल मिला कर दूसरा सत्र होगा।
इस बीच, सदन में प्रवेश के दौरान कांग्रेस विधायक वीरजी ठुम्मर के एक महिला पुलिसकर्मी को कथित तौर पर अशोभनीय ढंग से धक्का मारने का मामला भी गर्मा गया है। उपमुख्यमंत्री श्री पटेल ने कहा कि यह बर्ताव सही नहीं है। उधर श्री ठुम्मर ने कहा कि विधायक होने के बावजूद उन्हें विधानसभा में प्रवेश के दौरान पुलिस रोक रही थी। उन्होंने किसी से धक्कामुक्की नहीं की। उन्होंने यह भी नहीं देखा कि सामने महिला पुलिसकर्मी है अथवा पुरूष। इस बीच, इस घटना का वीडियो भी वायरल हो गया है। इसमें श्री ठुम्मर को विधानसभा के प्रवेश द्वार पर पुलिसकर्मियों से धक्कामुक्की करते हुए एक महिला सब इंस्पेक्टर को धक्का देते हुए देखा जा सकता है।