लखनऊ, 15 फरवरी (वार्ता) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये तैयारी कर रहे युवाओं के सपने को साकार करने के लिये उनकी सरकार द्वारा शुरू की जा रही ‘अभ्युदय’ महज एक कोचिंग नहीं, बल्कि जीवन निर्माण का पथ-प्रदर्शक है। युवा पूरे मन से अपनी हौसलों की उड़ान भरें, सफलता के हर संसाधन सरकार मुहैया कराएगी।
श्री योगी ने सोमवार को ‘अभ्युदय’ का शुभारंभ करते हुये कहा “ प्रदेश के युवा सपने देखें। इन सपनों को साकार करने के लिए कदम बढ़ाएं। सपना चाहे सिविल सेवा हो या नीट, जेईई, एनडीए और सीडीएस जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं का, सरकार सबके लिए बेहतरीन कोचिंग देगी। अब प्रदेश का एक भी युवा, स्तरीय गाइडेंस के अभाव में सफ़लता से वंचित नहीं रहेगा। ”
उन्होने कहा कि प्रारंभ में मंडल स्तर पर शुरू ही रही ‘अभ्युदय कक्षाओं’ को समय के साथ परिष्कृत करते हुए जिलों तक विस्तार दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने युवाओं को भरोसा दिलाया कि अभ्युदय कक्षाओं में देश-दुनिया की सर्वश्रेष्ठ फैकल्टी उपलब्ध होगी। आईएएस, आईपीएस, आईएफएस (वन सेवा), पीएसीएस जैसी सेवाओं के लिए सफल हो चुके वरिष्ठ अधिकारियों का मार्गदर्शन मिलेगा। सिविल सेवा, नीट, जेईई, बैंकिंग, एनडीए, सीडीएस आदि के क्षेत्र में प्रतिष्ठित विशेषज्ञ शिक्षक भी उपलब्ध होंगे।
उन्होंने कहा कि योजना के अंतर्गत पांच लाख युवाओं ने पंजीयन कराया है, जिसमें ऑनलाइन परीक्षा के आधार पर करीब 50 हजार का चयन ऑफलाइन कक्षाओं के लिए हुआ है। यह कक्षायें बसंत पंचमी से सभी 18 मण्डलों पर निर्धारित समय-सारिणी के अनुसार चलेंगी जबकि शेष प्रतियोगी छात्र ऑनलाइन पोर्टल पर वर्चुअल कक्षाओं का लाभ उठा सकेंगे। ऑनलाइन पोर्टल पर वीडियो लेक्चर, स्टडी मैटेरियल और जिज्ञासा समाधान की व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री ने सभी जिलों से वर्चुअली जुड़े प्रतियोगी छात्रों को सफलता के मन्त्र भी दिए। उन्होंने सफलता के लिए भाग्य भरोसे न बैठने की सीख देते हुए अपना उदाहरण दिया और कहा कि वह योगी हैं, लेकिन अपने कर्म और पुरुषार्थ पर भरोसा करते हैं। उन्होंने युवाओं को भारतरत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता ‘छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता, टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता’ को मंत्र के रूप में आत्मसात करने का आह्वान किया।
प्रदीप
जारी वार्ता