देहरादून 07 सितंबर (वार्ता) उत्तराखंड में रानीखेत के विधायक के भाई और चालक को नेपाल सीमा पर सशस्त्र सीमा बल द्वारा जिंदा कारतूस के साथ शुक्रवार शाम पकड़े जाने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रवक्ता सुरेश जोशी ने शनिवार को कहा कि अभी तक जो जानकारी सामने आई है, उसमें बरामद गोलियां संबंधित व्यक्ति के लाइसेंसी हथियार के हैं। साथ ही, उन्होंने कहा कि मामले की जांच भी की जा रही है। उन्होंने विधायक के भाई को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के आरोपों को राजनैतिक लाभ के लिए सनसनी फैलाने की कोशिश बताया है।
श्री जोशी ने यहां कहा कि इस पूरे घटनाक्रम में हुई अब तक हुई कानूनी कार्रवाई, पूरी तरह निष्पक्षता की पुष्टि करती है। धामी सरकार में प्रदेश में कानून व्यवस्था चाक चौबंद है और बिना किसी भेदभाव के आवश्यक कार्यवाहियां हो रही हैं। उन्होंने हरीश रावत के बयान पर कहा कि भारत नेपाल सीमा की जिस घटना की बात वे कर रहे हैं, वह भी इसी सच्चाई को तस्दीक करती है। वहां यदि कुछ भी गलत पाया गया तो मौके पर उचित कानूनी कार्यवाही हुई है और किसी को कोई भी विशेष तरजीह नहीं दी गई है कांग्रेस की सरकारों की तरह। उन्होंने हरदा के माओवाद वाले बयान को गैरजिम्मेदाराना बताते हुए कहा कि बिना तथ्यों के सिर्फ सनसनी पैदा करने के लिए बड़े नेताओं का ऐसे आरोप लगाना उचित नहीं है।
श्री जोशी ने गौ हत्यारों के संग खड़ा होने के अपने आरोपों पर कांग्रेसी नेताओं की सफाई को नाकाफी बताते हुए कहा कि उन्हे इधर उधर की बात करने के बजाय सीधा जवाब देना चाहिए। देवभूमि की जनता कांग्रेस से एक शब्द में जवाब चाहती है, वे गौकशी करने वालों के पक्ष में हैं या नहीं ? उन्होंने कहा कि यह अलग बात है कि इसका जवाब उनकी तुष्टिकरण नीति में ही स्पष्ट हो जाती है। उन्होंने कहा कि देश गवाह है इंदिरा सरकार में सैकड़ों गौभक्तों को संसद के सामने गोली मारने वाले नरसंहार का, केरल में खुले आम गौमांस खाने के स्टाल लगाने वालों को राहुल का अपनी यात्रा में तवज्जो देने का, कांग्रेस सरकारों में गौहत्यारों को संरक्षण देने का। उन्होंने अवैध मस्जिद को लेकर हिमाचल के कांग्रेसी मंत्रियों की स्वीकारोक्ति से सबक लेने की नसीहत हरदा समेत तमाम प्रदेश कांग्रेस नेताओं को दी। उन्होंने कहा कि अब देवभूमि में गौहत्यारों को संरक्षण देने वालों को जनता किसी भी कीमत पर स्वीकार नही करने वाली है। कानून व्यवस्था की आड़ में गौकशी करने वालों का साथ देना कांग्रेस की तुष्टिकरण नीति का हिस्सा है, जिसे लोग अच्छी तरह से समझ रहे हैं।
सुमिताभ.संजय
वार्ता