पटना 22 सितंबर (वार्ता) बिहार विधान परिषद् के सदस्य प्रेमचंद्र मिश्रा ने कल पटना में सवर्णों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान हुये बर्बर लाठीचार्ज को गैरकानूनी, अमानवीय और पुलिस नियमावली के खिलाफ बताया तथा बिहार पुलिस पर सवर्ण विरोधी मानसिकता से काम करने का आरोप लगाते हुए दोषी अधिकारियों, पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
श्री मिश्रा ने आज यहां बयान जारी कर कहा कि वीडियो देखने से पता चलता है कि प्रदर्शनकारी हिंसा नहीं कर रहे थे और उनपर बिना किसी पूर्व चेतावनी के लाठीचार्ज किया गया, जिसके कारण कई लोगों के सिर फट गये। पुलिस इससे पहले पानी का फव्वारा या अश्रु गैस के गोले छोड़ सकती थी लेकिन ऐसा करने के बजाये उसने अमानवीय और विद्वेष की भावना से प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया।
कांग्रेस नेता ने कहा कि पुलिस ने लाठीचार्ज के दौरान जानबूझकर प्रदर्शनकारियों के उन अंगों को निशाना बनाया जिसका उल्लेख पुलिस नियमावली में नहीं है, ऐसा करना आपराधिक आचरण की श्रेणी में आता है और बतौर गृह मंत्री श्री नीतीश कुमार, पुलिस महानिदेशक और ड्यूटी पर तैनात मजिस्ट्रेट अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री कुमार पर सवर्ण विरोधी होने का आरोप लगाया और कहा कि पुलिस नियुक्ति के आंकड़े इस आरोप को प्रमाणित भी करते हैं।
शिवा सूरज
जारी (वार्ता)