नयी दिल्ली 20 अक्टूबर (वार्ता) केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने आज बताया कि कोरोना वायरस कोविड-19 के खिलाफ जारी जंग को मजबूती देते हुए देशभर में हेल्थ फैसिलिटीज में ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड की संख्या बढ़ायी गयी तथा मेडिकल ऑक्सीजन की अबाध आपूर्ति सुनिश्चित की गयी।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को नियमित प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि देशभर में अप्रैल माह में कुल 57,924 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड, 23,815 आईसीयू बेड और 11,993 वेंटिलेटर बेड थे। कोरोना संक्रमण के कारण गंभीर रूप से बीमार मरीजों की देखभाल के लिए ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड की संख्या बढ़ायी गयी, जिससे अक्टूबर में अब मकुल 2,65,046 ऑक्सीजन सपोर्ट बेड, 77,136 आईसीयू बेड और 39,527 वेंटिलेटर बेड मरीजों के लिए उपलब्ध हैं।
ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड तीन तरह के होते हैं। पहला बेड वह है, जिनमें ऑक्सीजन की सुविधा दी गयी है, चाहे ऑक्सीजन सिलेंडर के माध्यम से या मैनीफोल्ड सिस्टम से, दूसरा है आईसीयू बेड जिनमें ऑक्सीजन की सुविधा है और तीसरा है वेंटिलेटर का बेड, जिसमें ऑक्सीजन की सुविधा है।
उन्हाेंने बताया कि एक सितंबर को 43,022 कोरोना मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे और यह संख्या लगातार बढ़ती गयी और 25 सितंबर को यह बढ़कर 75,098 हो गयी। इसके बाद इस संख्या में गिरावट आती गयी और 19 अक्टूबर को यह आंकड़ा 57,357 पर आ गया। उन्होंने कहा कि 25 सितंबर की तुलना में यह आंकड़ा घटा है लेकिन अगर इसकी तुलना एक सितंबर के आंकड़े से की जाये, तो ऑक्सीजन सपोर्ट पर रहने वाले कोरोना संक्रमितों की संख्या अब भी अधिक है। हालांकि, यह चिंता का विषय नहीं है क्याेंकि देश में मेडिकल ऑक्सीजन की कोई किल्लत नहीं है।
अर्चना जितेन्द्र
जारी वार्ता