लखनऊ, 01 अक्टूबर (वार्ता) उत्तर प्रदेश के वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री दारा सिंह चौहान ने पर्यावरण सरंक्षण पर बल देते हुए वन्यजीवों और वृक्षाें को गोद लेने की अपील की।
श्री चौहान ने मंगलवार को यहां नवाब वाजिद अली शाह, प्राणि उद्यान (चिड़ियाघर) में वन्यजीव सप्ताह के शुभारम्भ की घोषण की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि अब तक यह कार्यक्रम प्राणि उद्यानों में ही मनाया जाता था लेकिन अब यह प्रदेश के प्रत्येक जिले में मनाया जा रहा है । इसके लिए विभाग के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी बधायी के पात्र हैं।
उन्होंने कहा कि वन्य प्राणियों की रक्षा, संरक्षण तभी हो सकती है जब हमें उनसे लगाव हो और इसके लिए
जागरूकता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वन विभाग ने अन्य सरकारी विभागों के सहयोग से इस साल 22 करोड़ 59 लाख पेड़ लगाये हैं जो सराहनीय कदम है। हम सभी वन्य जीवों और पेड़ को गोद लेना चाहिए। इससे जहां वन क्षेत्र बढ़ेगा वहीं वन्य जीवों का सरंक्षण भी होगा। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति को कम से कम एक पेड़ लगाकर उसकी देखभाल करें । इतना ही नहीं वन्य जीव का सरंक्षण होगा और पर्यावरण भी ठीक रहेगा।
श्री चौहान ने कहा कि इस लिए के कार्यक्रम राज्य सभी स्कूलों में हों जिससे बच्चों में वन्य जीवों की जानकारी के साथ पेड़ों के बारे में जानकारी मिलेगी। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही वन विभाग एवं प्राणि उद्यान की दीवारों पर वन्य प्राणियों की पेंटिंग की जाय।
इस मौके पर विभाग के राज्य मंत्री अनिल शर्मा ने अपने सम्बोधन में कहा कि वन्य प्राणि सप्ताह का इतने वृहद स्तर पर मनाये जाने के लिए आप सभी बधाई के पात्र हैं। भारत एक ऐसा देश है जहाॅं पर पेड़-पौधे, नदी, वायु आदि का
एक विशेष स्थान है। गीता का उपदेश देते हुए भगवान श्री कृष्ण ने भी पीपल के वृक्ष को उपासना योग्य बताया है तथा यह प्राण वायु का प्रतीक माना गया है। इसमें सबसे आवश्यक बात है कि हमें इस बारे में एक सोच विकसित करनी चाहिए। आज हम जिस बारे में बातचीत कर रहे हैं यह दुनिया का सबसे महत्वपूर्ण विषय है।
उन्होंने कहा कि वन्यजीवों और वनों के महत्व को हमारे महापुरुषों एवं रिषियों ने हमारे देवी देवाताओं से जोड़ दिया जिससे इनका संरक्षण हो सके। वन्यजीवों के प्रति उदारता रखने की जरुरत पर बल दिया।
त्यागी
जारी वार्ता