पटना 04 फरवरी (वार्ता) बिहार में जैविक कृषि को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि सब्जी के अलावा अन्य फसलों की जैविक खेती के लिए भी अग्रिम सब्सिडी योजना की शुरुआत की जाएगी।
श्री कुमार ने यहां बिहार विकास मिशन के तहत कृषि रोडमैप एवं राज्य में सुखाड़ की स्थिति की समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि वर्तमान में सब्जी की जैविक खेती के लिये अग्रिम सब्सिडी योजना नौ जिलों में लागू की जा रही है। उन्होंने योजना को बेहतर ढंग से लागू करने के लिये कदम उठाये जाने की जरूरत पर बल देते हुये कहा कि इसके बाद जरूरत के अनुसार अन्य फसलाें के लिये भी अग्रिम सब्सिडी योजना लागू की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने सब्जी की खेती के लिये प्राइमरी सोसायटी यूनियन एवं फेडरेशन से जुड़ने वाले वास्तविक सब्जी उत्पादकों को सदस्य बनाने में तेजी लाने का निर्देश देते हुये कहा कि बिहार को सब्जी उत्पादन में दूसरे पायदान पर पहुंचाने के लिये तेजी से काम करने की जरूरत है। इसके लिये जो भी जरूरत हैं, उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि जो किसान अपनी इच्छा से अपने तरीके से जैविक खेती कर रहे हैं, उसका वास्तविक आकलन कर योजना को फिर से अद्यतन करने की जरूरत है। उन्होंने किसान के खाते में सीधे पैसे भेजने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया ओर कहा कि ऐसा होने से कृषि लागत में कमी आएगी।
श्री कुमार ने कहा कि फसलों की कटाई के लिये वास्तविक आंकड़े इकट्ठा करना जरूरी है। किस फसल का उत्पादन कहां होता है, कितने स्थानों पर होता है, इनके वास्तविक आंकड़े उपलब्ध होने से कृषि संबंधी योजनाओं को लागू करने में काफी सहुलियत होगी। उन्हें बताया गया कि 19 लाख 38 हजार डीजल अनुदान के लिये आॅनलाइन आवेदन आये थे, जिनमें से 15 लाख 66 हजार आवेदकाें को राशि स्वीकृत की गयी है। उन्होंने निर्देश दिया कि बचे हुये तीन लाख 72 हजार आवेदकों को किस आधार पर रिजेक्ट किया गया है, इसे कृषि विभाग विष्लेषण कर कार्रवाई करे, कोई वास्तविक व्यक्ति न छूटे।
सूरज उमेश
जारी (वार्ता)