दुनियाPosted at: Aug 2 2018 8:48AM अफगान आतंकी हमला : मृतकों में संरा की कर्मचारी
काबुल 02 अगस्त (रायटर) अफगानिस्तान में पूर्वी शहर जलालाबाद में आत्मघाती हलावर ने एक सरकारी इमारत के गेट पर खुद को बम से उड़ा लेने की घटना में मारे गये 15 लाेगों में संयुक्त राष्ट्र प्रवासन एजेंसी का एक कर्मचारी शामिल है। आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ने घटना की जिम्मेदारी ली है।
अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र मिशन ने बताया इस घटना में मारी गयर 22 वर्षीय युवती प्रवासियों के अनंतरराष्ट्रीय संगठन से जुड़ी हुई थी। तीन साल पहले ही एक बम हमले में उसने अपना पति खो दिया था। उसके घर में केवल छह वर्षीय बेटी बची है। मिशन ने कहा,“वह उन हजारों अफगानों में से एक थीं जो देश में संयुक्त राष्ट्र के दैनिक कार्यों की रीढ़ थीं। ”
प्रांतीय सरकार के प्रवक्ता अतातुल्ला खोगयानी ने कहा कि कई घंटों तक बंदूक की गोलियों और विस्फोटों की आवाज सुनी गयी । यह घटना दो बंदूकधारियों को मारने के साथ ही खत्म हो गयी और हमले में इमारत क्षतिग्रस्त हो गयी।
उन्होंने कहा आत्मघाती हमले में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गयी और इतनी ही संख्या में लोग घायल हो गये हैं। उन्होंने कहा मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। दुर्घटना स्थल पर बचाव कार्य जारी है।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि यह हमला उस समय हुआ जब एक कार में बैठे तीन लोग शरणार्थी मामलों के विभाग द्वारा उपयोग की जाने वाली इमारत के प्रवेश द्वार पर पहुंचे और एक बंदूकधारी ने उतर कर चारों ओर गोलीबारी शुरू कर दी। एक अन्य हमलावर ने मुख्य गेट के समाने अपने आप को बम से उड़ा लिया। दो अन्य बंदूकधारी इमारत के अंदर घुस गये । इसके बाद कार में जबरदस्त धमाका हुआ।
अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र मिशन ने बताया इस घटना में मारी गयर 22 वर्षीय युवती प्रवासियों के अनंतरराष्ट्रीय संगठन से जुड़ी हुई थी। तीन साल पहले ही एक बम हमले में उसने अपना पति खो दहया था। उसके घर में केवल छह वर्षीय बेटी बख्र है। मिशन ने कहा,“वह उन हजारों अफगानों में से एक थीं जो देश में संयुक्त राष्ट्र के दैनिक कार्यों की रीढ़ की हड्डी बनाती थीं।”
अंतर्राष्ट्रीय बचाव समिति के मानवतावादी समूह का एक कर्मचारी भी इस घटना में मारे गया। आईएस ने कहा कि इसके दो आतंकवादियों ने अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों की एक बैठक को लक्षित करने के हमले किए और हमले में कम से कम 45 लोग मारे गए।
अफगानिस्तान स्थित संयुक्त राष्ट्र के आधिकारी तादामीची यामामोतो ने नागरिकों के इस ‘घृणित हमले’ की कड़ी निंदा की है और कहा दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
संजय
रायटर