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दिल्ली में सब तय होने के बाद राज्यों में भी होंगे फैसले : शर्मा

दिल्ली में सब तय होने के बाद राज्यों में भी होंगे फैसले : शर्मा

भोपाल, 28 जून (वार्ता) लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस में इसकी जिम्मेदारी पर असमंजस की स्थिति के बीच मध्यप्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पी सी शर्मा ने आज कहा कि एक बार दिल्ली में सभी चीजें तय होने के बाद राज्यों में भी इस बारे में फैसले होंगे।

मीडिया में आज आईं खबरों के मुताबिक राज्य के मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कल रात यहां एक कार्यक्रम के बाद कहा कि उन्होंने पार्टी के पद से इस्तीफे की पेशकश की थी। खबरों के मुताबिक मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने हार की जिम्मेदारी भी ली है, हालाकि उन्होंने कहा कि बाकी नेताओं के बारे में वे नहीं जानते हैं। वहीं राज्य से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने भी कल रात संगठन से जुड़े अपने सभी पदों से इस्तीफा देने की घोषणा सोशल मीडिया में की है।

इसी घटनाक्रम के बीच श्री शर्मा ने यहां संवाददाताओं से चर्चा के दौरान कहा कि इस मामले में जिम्मेदारी सिर्फ मुख्यमंत्री की नहीं है। ये कांग्रेस के नेताओं की सामूहिक जिम्मेदारी है। एक बार दिल्ली में जब सब चीजें तय हो जाएंगी, श्री गांधी फिर से पार्टी के अध्यक्ष बन जाएंगे, उसके बाद राज्यों में भी निर्णय होंगे।

श्री शर्मा ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ दोनों अहम पदों पर हैं, आने वाली परिस्थिति में जो आलाकमान और श्री कमलनाथ चाहेंगे, उसके हिसाब से प्रदेश अध्यक्ष का निर्णय होगा।

दूसरी ओर राज्य के लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने भी हार को लेकर हर स्तर पर जिम्मेदारी पर जोर देते हुए कहा कि ये भावना कांग्रेस के हर स्तर में होनी चाहिए। जवाबदारी और कर्तव्य दोनों एकसाथ चलना चाहिए।

उन्होंने कहा कि वरिष्ठों को हार की जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि जब पार्टी का मुखिया खराब परिणामों से दुखी है तो प्रदेश के मुखियाओं को भी सोचना तो पड़ेगा।

हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में राज्य में कांग्रेस ने 29 में से मात्र एक सीट पर विजय हासिल की है। शेष 28 सीटों पर भाजपा को विजय मिली है।

मीडिया में आयी खबरों के अनुसार श्री राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में पराजय के मद्देनजर कहा है कि उन्हें इस बात का दुख है कि उनके (श्री गांधी) इस्तीफे के बाद किसी महासचिव, मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष ने हार की जिम्मेदारी लेकर इस्तीफा नहीं दिया है।

गरिमा प्रशांत

वार्ता

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