लखनऊ 06 दिसम्बर (वार्ता) बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुये कहा है कि पहले लोगों को जाति के आधार पर बांटा अब देवी-देवताओं को भी बांटने में लगी है।
सुश्री मायावती ने गुरूवार को बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की 63वीं पुण्यतिथि पर यहां जारी किए गए बयान में कहा है कि में भाजपा ने पहले जाति के आधार पर लोगों को बांटा और अब देवी-देवताओं को भी बांट रही हैं।
उन्होने कहा कि बाबा साहेब ने भारत के संविधान में 'एक वोट- एक मूल्य' की अवधारणा देकर एक समतामूलक समाज की कल्पना की थी लेकिन केंद्र में बैठी भाजपा सरकार इस संविधान को फेल कर देना चाहती है। देश का किसान भाजपा सरकार की नीतियों से परेशान हैं। यहां तक कि फसल बीमा योजना का असली लाभ गरीब किसानों को नहीं बल्कि कुछ अमीरों को हुआ है।
सुश्री मायावती ने कहा कि देश में सर्वसमाज का हित बसपा की ’’सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय’’ कीे नीति व सिद्धान्त में ही निहित है। आज़ादी के लगभग 71 वर्षों बाद भी करोड़ों गरीबों, मज़दूरों, किसानों, दलितों, पिछड़ों, मुस्लिम तथा अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों तथा अपरकास्ट के गरीबों का जीवन पूरी तरह से मजबूर, लाचार, गुलाम और हर प्रकार से त्रस्त है। इस अभिशाप को वोटों के माध्यम से बदलने की जरूरत महसूस की जा रही है।
लखनऊ में बसपा कार्यकर्ताओं ने भारतरत्न भीमराव अंबेडकर ने 63वी पुण्यतिथि के अवसर पर संगोष्ठी व अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया। लखनऊ मण्डल में बसपा के कार्यकर्ताओं तथा अनुयाइयों ने राजधानी में गोमती तट पर सरकार द्वारा निर्मित ऐतिहासिक महत्त्व के भव्य एवं विशाल ‘‘डा. भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल” के मध्य में स्थित गुम्बदाकार के ‘‘डा. अम्बेडकर स्मारक” में बड़ी संख्या में पहुँचकर डा. अम्बेडकर की लिंकन-मुद्रा में स्थापित प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि करके उन्हें अपने श्रद्धा-सुमन अर्पित किये।