नयी दिल्ली, 09 नवंबर (वार्ता) अयोध्या भूमि विवाद मामले में उच्चतम न्यायालय का फैसला आते ही अदालत परिसर में मौजूद ‘राम मंदिर’ समर्थकों के बीच उत्साह की लहर दौड़ गयी और उन्होंने ‘जय श्रीराम’ का उद्घोष कर प्रसन्नता व्यक्त की।
अदालत ने विवादित जमीन पर राम मंदिर के निर्माण और मस्जिद निर्माण के लिए अलग से पाँच एकड़ भूमि आवंटित करने का आदेश दिया है। इससे यहाँ मौजूद ‘मंदिर समर्थकों’ में उत्साह की लहर दौड़ गई।
निर्मोही अखाड़े के मुख्य महंत स्वामी धर्मदास और हिंदू महासभा के स्वामी चक्रपाणि के समर्थक ‘एक ही नारा, एक ही नाम, जय श्री राम, जय श्री राम’ के नारे लगाते हुये जुलूस की शक़्ल में चलकर लाॅन तक आये। करीब 40-45 मिनट तक उनके समर्थक नारेबाजी करते रहे। उन्होंने न्यायालय लाॅन में शंखनाद भी किया। कई अधिवक्ता भी ‘जय श्री राम’ के नारे लगाते दिखे।
छुट्टी का दिन होने के बावजूद सिर्फ मामले से जुड़े पक्ष और अधिवक्ता ही नहीं, बड़ी संख्या में मामले से असंबद्ध अधिवक्ता तथा अन्य लोग भी अदालत परिसर में जुटे थे। बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी भी अदालत में मौजूद थे। सुबह से ही अदालत के आसपास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे।
फैसला 10.30 बजे आना था, लेकिन मीडियाकर्मियों तथा अधिवक्ताओं का आना इससे काफी पहले शुरू हो गया था। फैसले से पहले सभी पक्षों ने मीडिया के माध्यम से लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की, चाहे फैसला किसी के भी पक्ष में आये।
अजीत, यामिनी
वार्ता