कुंजा बहादुरपुर/देहरादून, 03 अक्टूबर (वार्ता) उत्तराखंड के हरिद्वार जनपद की भगवानपुर तहसील अंतर्गत, कुंजा बहादुर गांव में कृषि महाविद्यालय (डिग्री कालेज) बनाया जायेगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को यहां राजा विजय सिंह एवं सेनापति कल्याण सिंह के बलिदान दिवस पर शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देने के बाद यह घोषणा की।
श्री धामी ने राजा विजय सिंह की इस भूमि को नमन करते हुए सभी शहीद सैनानियों के प्रति भी कृतज्ञता व्यक्त की, जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपना बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि ब्रितानी हुकुमत से दो-दो हाथ करने वालों को पैदा करने वाली इस भूमि को मैं नमन करता हूं। हमें गर्व है कि आजादी के लिए शुरूआती दौर की अंग्रेजो के खिलाफ बगावत शुरू हुई, उसका बिगुल कुंजा बहादुरपुर गांव से भी फूंका गया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हिन्दुस्तान का दुनिया में मान-सम्मान बढ़ाने, भारत को सशक्त एवं आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कार्य कर रहे हैं। उन्हीं के पद्चिन्हों पर चलकर राज्य में विकास कार्यों को आगे बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे नौजवानों और छात्रों के बीच में काफी समय तक कार्य करने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। रोजगार के साथ स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में उद्योगों में 70 प्रतिशत स्थानीय लोगों का रोजगार मिले, इसके लिए सरकार कार्य कर रही है। लोगों की आर्थिकी में कैसे सुधार हो, इसके लिए सरकार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि जब मैंने मुख्य सेवक के रूप में शपथ ली, पहली कैबिनेट में हमने निर्णय लिया कि सरकारी सेवाओं में सभी रिक्त पदों पर भर्ती की जायेगी। लगातार भर्ती प्रक्रियाएं जारी हैं। कोरोना की वजह से अनेक लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। सरकार ने निर्णय लिया कि सरकारी भर्ती प्रक्रियाओं में आवेदकों को अधिकतम आयु सीमा में एक वर्ष की छूट दी जायेगी। जिसका शासनादेश भी हो चुका है।
मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम, द्वि़तीय विश्व युद्ध, आजादी के बाद लड़े के गए युद्ध, शहीदों एवं उनकी वीरांगनाओं के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों और योजनाओं को साझा करते हुए कहा कि सालम क्रांति के शहीदों की स्मृति में जैंती गांव में शहीद स्मारक बनाया जा रहा है। उत्तराखंड से द्वितीय विश्व युद्ध की वीरांगना एवं वेटरन को अब प्रतिमाह पेंशन 8 हजार रुपए से बढ़ाकर 10 हजार रुपए किया गया है। सैनिकों एवं पूर्व सैनिकों के बच्चों के लिए पढ़ाई हेतु हल्द्वानी में छात्रावास बनाया जा रहा है। हरिद्वार में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सदन बनाया जा रहा है।
श्री धामी ने कहा कि राज्य स्थित कैण्ट बोर्ड में निवास करने वाले भूतपूर्व सैनिकों का भवनकर माफ करने हेतु यथोचित कार्यवाही की जा रही है। कुटुम्ब पेंशन का नाम अब सम्मान पेंशन रखा गया है। राज्य सरकार द्वारा विभिन्न युद्धों व सीमान्त झडपों तथा आन्तरिक सुरक्षा में शहीद हुये सैनिकों व अर्द्ध सैनिक बलों की विधवाओं/आश्रितों को एकमुश्त 10 लाख रूपये के अनुदान को बढ़ाकर 15 लाख रूपये किया गया है।
इस अवसर पर ग्राम्य विकास मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द, उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री अशोक कटारिया, विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन, देशराज कर्णवाल, प्रदीप बत्रा, सुरेश राठौर, भाजपा के हरिद्वार जिलाध्यक्ष डॉ. जयपाल सिंह चौहान एवं गणमान्य उपस्थित थे।
उप्रेती.संजय
वार्ता