लखनऊ,13 जनवरी (वार्ता) उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि एनीमिया के खिलाफ जंग में समाज के सभी लोग सहयोग प्रदान करें।
श्रीमती पटेल सोमवार को यहां डा0 एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय ( एकेटीयू)में किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के सहयोग से आयोजित अल्पता’ (एनीमिया) विषयक कार्यक्रम में कहा कि महिलाओं में रक्त की अल्पता एक ऐसी सामाजिक बुराई है, जिसे दूर करने के लिए हम सभी को एकजुट होकर प्रयास करने होंगे जबकि किशोरियों में इस की कमी चिन्ताजनक है।
उन्होंने छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि वे अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बने तथा पौष्टिक आहार लेने पर विशेष ध्यान दें, न/न कि जंक फूड पर। उन्होंने कहा कि यदि वे पौष्टिक आहार लेंगी तभी उनके शरीर के अन्दर खून की कमी नहीं होगी। उन्होंने छात्राओं से कहा कि यदि उनके माता-पिता 18 वर्ष की आयु से पहले शादी करने का विचार करें तो उन्हें न/न केवल इसका खुलकर विरोध करना चाहिए, बल्कि इसे रोकने में समाज के जागरूक लोगों को भी साथ देना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्गों के सहयोग से ही बाल-विवाह को रोका जा सकता है।
राज्यपाल ने कार्यक्रम में प्रदर्शित एनीमिया से सम्बन्धित डाक्यूमेंट्री ‘जान है तो जहान है’ का जिक्र करते हुए कहा कि यह डाक्यूमेंट्री प्रदेश में सभी लोगों को दिखाई जानी चाहिए जिससे लोग जान सकें कि बालिकाओं में रक्त की कमी, बाल-विवाह एवं अल्प आयु में मां बनने से किस तरह की बीमारियों एवं कठिनाइयों से किशोर उम्र की बालिकाओं को गुजरना पड़ता है। उन्होंने कहा कि यह कितने दुःख की बात है कि महिलाएं ही परिवार के सभी लागों के लिए खाना तो बनाती हैं लेकिन वे कभी-कभी खुद खाने से वंचित रह जाती हैं। पुरूष समाज को इस तरफ भी ध्यान देना चाहिए कि जो खाना वे खुद खायें, वही खाना परिवार के अन्य सदस्य भी खायें।
त्यागी
जारी वार्ता