Saturday, Apr 20 2024 | Time 11:43 Hrs(IST)
image
राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचल


अमरिंदर का रावत पर पलटवार, धर्मनिरपेक्षता की बात न करें

अमरिंदर का रावत पर पलटवार, धर्मनिरपेक्षता की बात न करें

नई दिल्ली/चंडीगढ़, 21 अक्तूबर(वार्ता) पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज कांग्रेस नेता हरीश रावत पर पलटवार करते हुये उन्हें धर्मनिरपेक्षता पर बात न करने की नसीहत दी।

कैप्टन के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने श्री रावत की बयानबाजी को लेकर कैप्टन अमरिंदर के हवाले से आज एक के बाद एक ट्वीट कर कहा कि उन्हें घर्मनिरपेक्षता पर बात करना बंद कर देनी चाहिए। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के पहले भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) में होने और महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ मिलकर कांग्रेस के सरकार चलाने का हवाला देते हुए अमरिंदर ने सवाल किया कि उस समय घर्मनिरपेक्षता कहां दी।

उल्लेखनीय है कि श्री रावत ने अमरिंदर के नई राजनीतिक पार्टी बनाने के ऐलान के बाद कहा था कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने अंदर के ‘धर्मनिरपेक्ष अमरिंदर‘ को मार दिया है। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर को सर्वधर्म समभाव का प्रतीक माना जाता था। वह लंबे समय तक कांग्रेस के साथ जुड़े रहे। अगर वह जाना चाहते हैं तो उन्हें जाना चाहिए।

इस बयान से भड़के अमरिंदर ने कहा “रावत जी मत भूलिए कि कांग्रेस ने 14 साल तक भाजपा में रहे नवजोत सिंह सिद्धू को पार्टी में शामिल किया था। पार्टी में आये नाना पटोले एवं रेवनाथ रेड्डी क्या राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ(आरएसएस) से नहीं थे क्या? परगट सिंह भी पहले शिरोमणि अकाली दल(शिअद) में थे।“

एक अन्य ट्वीट में कैप्टन ने सवाल किया ‘महाराष्ट्र में आप शिवसेना के साथ क्या कर रहे हैं? रावत जी क्या आप यह कह रहे हैं कि जब तक कांग्रेस का मकसद पूरा होता रहे तब तक कथित सांप्रदायिक पार्टियों के साथ जाना ठीक है। यह राजनीतिक अवसरवाद नहीं तो क्या है? रावत जी, आप मुझ पर शिअद की साढ़े चार साल तक मदद करने का आरोप लगा रहे हैं। क्या आपको लगता है कि गत 10 सालों से मैं इसीलिए उनके खिलाफ अदालतों में मुकदमे लड़ता रहा? और 2017 के बाद से पंजाब में होने वाले हर चुनाव में कांग्रेस को जीत दिलाई।’

अमरिंदर ने कहा, ‘हरीश रावत जी, आपको आशंका है कि मेरी वजह से पंजाब में पार्टी के हितों को नुकसान होगा। सच्चाई यह है कि पार्टी ने मुझ पर भरोसा न कर और सिद्धू जैसे अस्थिर व्यक्ति में हाथों में पार्टी सौंप दी जो कि सिर्फ खुद के प्रति ही वफादार है। कांग्रेस ऐसा कर खुद ही अपने हितों को नुकसान पहुंचाया है।’

उल्लेखनीय है कि श्री रावत ने अपने बयान में कैप्टन को ‘भटका’ हुआ व्यक्ति बताते हुए कहा था, ‘नई पार्टी बनाने का मतलब यही हुआ कि कौआ खाना है लेकिन उसे तीतर बताकर खाना है। जिसे भाजपा और अकालियों की मदद करनी है वह इसी तरह का काम करेगा।’

रमेश2123वार्ता

image