लखनऊ 11 जून (वार्ता) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री राजीव शुक्ला ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में हुयी धांधली की न्यायिक जांच की मांग की है।
श्री शुक्ला ने गुरूवार को वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मौजूदा सरकार के कार्यकाल में जितनी भी बेसिक शिक्षा विभाग में भर्तियाँ हुई, वो नकल,भ्रष्टाचार और पेपर लीक मामले की भेंट चढ़ गयीं। जो पुराना सिंडीकेट है, वो अभी भी इस सरकार में भी हावी है। इस पर कंट्रोल कोई नहीं कर पाया, अब ये खुलकर सामने आ गया है। अफसरों की मिलीभगत से सरकार पर भी वही माफिया हावी है, वही गुट हावी है। उन सबके विरुद्ध तत्काल कार्यवाही होनी चाहिए।
उन्होने कहा कि कांग्रेस की मांग है कि तत्काल उच्चतम न्यायालय के जज से इस मामले की न्यायिक जांच कराई जाए कि ताकि इतना बड़ा घोटाला पकड़ा जा सके और इस पूरी जांच में शिक्षा विभाग का, जितना ये घोटाला है, चाहे भर्ती का हो, चाहे वेतन का हो, दोनों को शामिल किया जाए।
श्री शुक्ला ने कहा कि पीड़िता अनामिका शुक्ला, जिनकी पूरी बदनामी पूरे देश में उड़ा दी गई,प्रदेश सरकार को उनसे क्षमा मांगनी चाहिए और उसकी नौकरी की व्यवस्था करनी चाहिए। इस घोटाले के पीछे जो गिरोह है जो ये सब करवा रहा है, वो निश्चित रुप से उसके पीछे लग जाएगा और उसके परिवार की सुरक्षा की समस्या भी खड़ी हो जाएगी। मेरे ख्याल से सरकार को माफी मांगने के साथ-साथ मान-हानि और मुआवजा देना चाहिए और उसके परिवार को सुरक्षा देनी चाहिए।
उन्होने कहा कि एसटीएफ की जांच ठीक नहीं है क्योंकि वो वहीं की लोकल पुलिस करती है, जो पूरी तरह से सरकार के अधिकार में रहती है और उसमें निष्पक्ष जांच की संभावनाएं बहुत कम हो जाती है। अगर इसकी न्यायिक जांच होगी तो कम से कम दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। अगर सरकार इसमें पारदर्शी है और जीरो टोलरेंस है तो फिर न्यायिक जांच से क्यों झिझकना।
प्रदीप
वार्ता