भोपाल, 16 जुलाई (वार्ता) मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि प्रयास करने पर ही नवाचारों को प्रतिबिम्ब मिलता है। ऐसे ही प्रयासों और उनके परिणामों के प्रतिबिम्ब को उन्होंने लोकार्पित पुस्तकों में संजोने का प्रयास किया है।
श्रीमती पटेल ने कल यहां राजभवन में स्व-लिखित पुस्तक ‘प्रयास और प्रतिबिम्ब’ के लोकार्पण कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने कहा कि जिम्मेदारियों के निर्वहन के साथ मानवीय पहलुओं का ध्यान करना उल्लेखनीय और उत्कृष्ट कार्यों का आधार बन जाता है। टी.बी. रोग मुक्त मध्यप्रदेश बनाने के संकल्प को पूरा करने के विचार के दौरान ही क्षय रोगी बच्चों के उपचार में मदद का नवाचार हुआ। इस पहल से सात हजार बच्चों को उपचार में मदद मिली। इनमें से आधे से अधिक लोग टी.बी. से मुक्त हो गये हैं।
गुजरात की मुख्यमंत्री रहीं श्रीमती पटेल ने वनांचल कर्मियों के बच्चों की शिक्षा-दीक्षा, पुनर्वास, पचमढ़ी में जनजाति परिवारों की बेटियों को राजभवन से पोषण आहार प्रदाय और उनकी रचनात्मक गतिविधियों में सहयोग के प्रयासों का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि सामाजिक कुरीतियों और बुराईयों को समाप्त करने के लिए जागरूक होना जरूरी है। उन्होंने जागरूकता के प्रयासों का उल्लेख करते हुए बच्चों और महिलाओं को पुलिस थाने की कार्य-प्रणाली और व्यवस्थाओं से परिचित कराने की पहल की जानकारी दी।
श्रीमती पटेल ने कहा कि स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए बेटियों का स्वस्थ होना जरूरी है। इससे बच्चों में जन्म से कुपोषण की समस्या का समाधान होगा। उन्होंने बताया कि बेटियों के स्वास्थ्य के लिए प्रदेश में हीमोग्लोबिन टेस्ट का अभियान चलाया गया है। इसमें करीब डेढ़ लाख छात्राओं का रक्त परीक्षण हुआ, जिसमें करीब 15 प्रतिशत छात्राओं में खून की कमी मिली थी। इनके स्वास्थ्य की देख-भाल भविष्य की माताओं के स्वास्थ्य की देख-भाल है।
उन्होंने पढ़े भोपाल, राजभवन के दरवाजे आमजन के लिए खोलने और शासकीय विद्यालयों को सर्वसुविधा सम्पन्न बनाने, जरूरतमंद विद्यालयों और बच्चों के लिए पुस्तक संग्रहण प्रयासों में सहयोगी संस्थाओं और व्यक्तियों का आभार ज्ञापित किया।
इस मौके पर आयुक्त लोक शिक्षण जयश्री कियावत ने राज्यपाल द्वारा शासकीय विद्यालयों के उन्नयन और रचनात्मक गतिविधियों में दिये जा रहे सहयोग की जानकारी दी। आस्था ग्राम ट्रस्ट की मेजर डॉ. अनुराधा ने राज्यपाल के ट्रस्ट भ्रमण की स्मृतियों का स्मरण किया। पचमढ़ी केन्टोमेंट बोर्ड के कर्नल विजय तोमर ने बताया कि 12 हजार आबादी के पचमढ़ी के 2 हजार नागरिकों से एक साथ योग करवा कर राज्यपाल ने पचमढ़ी की जनता को सदभाव के नये सूत्र में पिरो दिया है।
कार्यक्रम में प्रमुख सचिव संस्कृति पंकज राग, मुख्य वन संरक्षक एस.पी. तिवारी, सेवानिवृत्त सचिव डी.डी. अग्रवाल सहित विश्वविद्यालय के कुलपति, गणमान्य नागरिक एवं स्वयंसेवी संस्था के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
बघेल
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