लखनऊ, 26 दिसम्बर (वार्ता) उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आठ महत्वाकांक्षी जिलो के सम्बन्ध में प्रस्तुतिकरण का अवलोकन किया।
इस मौके पर श्रीमती पटेल ने कहा कि ‘स्कूल चलो अभियान’ के तहत प्रवेश दिये जाने के लिए सत्र से पहले ही सर्वे कर लिया जाए और उसके बाद उपलब्ध छात्रों का नामांकन किया जाए। उन्होंने कहा कि नामांकन के उपरान्त ड्राॅपआउट रेट की भी माॅनीटरिंग की जाए और इसकी एक लिस्ट शिक्षक स्वयं तैयार करें। उन्होंने कहा कि ड्राॅपआउट करने वाले बच्चों को स्कूल वापस लाया जाए। इसके अलावा, विद्यार्थियों को निःशुल्क उपलब्ध करायी जाने वाली पाठ्य-पुस्तकें समय से वितरित की जाएं। उन्होंने विद्यार्थियों को यूनीफाॅर्म, जूते-मोजे, स्वेटर, बैग इत्यादि समय से उपलब्ध कराने के लिए कहा।
श्रीमती पटेल ने यह विचार आज यहां लोकभवन में महत्वाकांक्षी जिलो के रूपान्तरण के सम्बन्ध में उनके एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष दिये गये प्रस्तुतिकरण का अवलोकन करने के उपरान्त व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि वे स्वयं प्रदेश के 08 महत्वाकांक्षी जिलों का दौरा कर प्रत्येक जिले में 02 दिन के प्रवास पर रहेंगी और निर्धारित सूचकांकों के तहत इन जिलों में किये गये कार्याें का अवलोकन और समीक्षा करेंगी। उन्होंने इस सम्बन्ध में उनके कार्यक्रम की रूपरेखा बनाने और तिथि निर्धारित करने के भी निर्देश दिये।
राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा का स्तर सुधारने के दृष्टिगत शिक्षकों के निरन्तर प्रशिक्षण दिया जाए। साथ ही, इस बात की भी माॅनीटरिंग की जाए कि शिक्षक दिये गये प्रशिक्षण के अनुसार ही विद्यार्थियों को पढ़ा रहा है अथवा नहीं। उन्होंने पूरे शिक्षण सत्र का कैलेण्डर पहले से तैयार करने और इनका प्रदर्शन प्रधानाचार्य के कक्ष के साथ-साथ स्कूल में करने के निर्देश दिये। उन्होंने प्राइमरी स्तर से ही योग का प्रशिक्षण देने के भी निर्देश दिये। उन्होंने स्कूलों में प्रार्थना के समय कविता पाठ, समाचार वाचन, वाद-विवाद तथा पहाड़े याद करवाने जैसी गतिविधियों को भी संचालित करने को कहा।
त्यागी
जारी वार्ता