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आनंदीबेन ने किया मेरठ विश्वविद्यालय के नवनिर्मित भवनों का लोकार्पण

आनंदीबेन ने किया मेरठ विश्वविद्यालय के नवनिर्मित भवनों का लोकार्पण

लखनऊ,07 अक्टूबर (वार्ता) उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने आज चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ परिसर में नवनिर्मित भवनों, मूल्यांकन केन्द्र, लॉ एवं इतिहास विभाग भवनों का विस्तार, विष विज्ञान विभाग का विस्तार, एम.बी.ए. भवन का विस्तार, सर छोटू राम इंजीनियरिंग एवं टेक्नोलॉजी छात्रावास तथा एनिमल हाउस एण्ड मेडिसिनल गार्डेन का ऑनलाइन लोकार्पण किया।

वही दूसरी ओर एक अन्य कार्यक्रम में जनपद हापुड़ में मोदी नगर मार्ग पर केशवनगर में स्थापित श्रीमती ब्रह्मादेवी सरस्वती बालिका विद्या मन्दिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में नवनिर्मित सरस्वती शिशु वाटिका के भवन का लोकार्पण भी किया। इस अवसर पर राज्यपाल जी ने राजभवन की ओर से 10 कम्प्यूटर दिये जाने की घोषणा की।

राज्यपाल की प्रेरणा से विद्यालय परिसर में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय तथा सम्बद्ध महाविद्यालयों के सौजन्य से आयोजित कार्यक्रम में 100 आंगनबाड़ी केन्द्रों को गोद लिया गया। विश्वविद्यालय के सहयोग से इन आंगनबाड़ी केन्द्रों को सुविधा सम्पन्न बनाने के लिये खेल-कूद एवं पठन-पाठन सामग्री तथा फल एवं मिठाई वितरित की गयी।

इस अवसर पर उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि शिक्षा भारती न केवल बालिकाओं की शिक्षा के लिए प्रयासरत है बल्कि बालिकाओं के स्वास्थ्य, पोषण, संस्कार एवं भावी जीवन हेतु मार्गदर्शन भी अभिनंदनीय है। उन्होंने कहा कि आज समर्थ भारत गर्भ विज्ञान परामर्श केन्द्र एवं शिशु वाटिका भवन का लोकार्पण होने से परिसर में बालिकाओं को शिक्षा एवं संस्कार देने का कार्य और प्रभावी ढ़ग से हो सकेगा।

उन्होंने कहा कि महिला सशक्तीकरण वह ताकत है जो समाज एवं देश में बहुत बदलाव ला सकता है इसलिये महिला सशक्तीकरण राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है। हमारी महिलाएं कैसे सशक्त बनें इस पर मनन एवं चिन्तन करने की आवश्यकता है। राज्यपाल जी ने कहा कि प्रधानमंत्री का मानना है कि केवल सशक्त महिलाएं ही एक सशक्त समाज एवं मजबूत राष्ट्र का निर्माण कर सकती है।

राज्यपाल ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को सम्बोधित करते हुये कहा कि प्रत्येक केन्द्र पर साफ-सफाई का विशेष ध्यान दें खाने-पीने के बर्तन स्वच्छ हो तथा केन्द्र के शौचालय बच्चों की सुविधानुसार बनाये जाये। उन्होंने कहा की आज केन्द्र के लिये जो पठन-पाठन एवं खेल-कूद सामग्री दी गयी है, उसका प्रतिदिन उपयोग करें। ऐसा करने से उनमें आंगनबाड़ी केन्द्र पर आने तथा सीखने में रूची जगेगी। उन्होंने कहा कि बच्चों को उनकी जरूरत के अनुसार ही पोषण सामग्री खाने के लिये दे ताकि किसी भी प्रकार की बर्बादी को रोका जा सके।

इस अवसर पर ओएसडी शिक्षा पंकज एल जॉनी, विश्वविद्यालय के कुलपति नरेन्द्र कुमार तनेजा, मा0 विधायक विजयपाल आढ़ती, जिलाधिकारी अनुज सिंह, प्रतिकुलपति प्रो0 वाई0 विमला, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

त्यागी

वार्ता

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