अयोध्या, 02 जनवरी (वार्ता) आंध्र प्रदेश में मंदिरों पर बढ़ते हमलो को लेकर विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने जगन मोहन रेड्डी सरकार पर साजिश के तहत निष्क्रियता बरतने का आरोप लगाते हुये केन्द्र सरकार से इन मामलों की जांच कराये जाने की मांग की है।
विहिप के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने शनिवार को कहा कि राजमुंद्री के विघ्नेश्वर मंदिर में भगवान सुब्रमण्येश्वर स्वामी की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। आंध्र प्रदेश में मंदिरों पर हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। राज्य में इस तरह की घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री जगह मोहन रेड्डी की निष्क्रियता साफ दिखाती है।
उन्होंने कहा कि 19 महीने में आंध्र प्रदेश में मंदिरों पर हमले की 120 घटनाएं हुई हैं। उनका दोषियों को पूर्ण समर्थन है। आंध्र प्रदेश में पिछले 1.5 वर्षों से चल रही मंदिरों पर हमले, प्रतिमाओं-रथों को क्षतिग्रस्त करने की घटनाओं को लेकर केंद्र सरकार इन मामलों की जाँच करवाये।
श्री शर्मा ने कहा विहिप को प्राप्त आँकड़ों के अनुसार, 19 महीने में आंध्र प्रदेश में मंदिरों पर हमले की 120 घटनाएँ हुई हैं और हाल ही में पीठपुरम में छह प्रतिमाओं को क्षतिग्रस्त किया गया। राजमुंद्री का श्रीराम नगर ईस्ट गोदावरी जिले में पड़ता है। राजमुंद्री को आंध्र की सांस्कृतिक राजधानी भी कहते हैं,वैसे यहाँ पर ईसाई मिशनरियों की सक्रियता अधिक बढ़ गयी है।
उन्होंने ने कहा वैसे 31 और एक जनवरी की रात्रि इस घटना के संबंध मे विरोध करने पर दोषियों के विरूद्ध इस मामले में पुलिस ने केस रजिस्टर कर लिया है। इसके अलावा वंतालमामिडी के परेरु घाट पर स्थानीय लोगों की इष्ट देवी कोमलम्मा की प्रतिमा के साथ भी छेड़छाड़ की गई। ये मंदिर विभाग एजेंसी में स्थित मोडकोंदम्मा पडालू मंदिर के सामने स्थित है। कुछ अज्ञात असामाजिक तत्वों ने लोहे की रॉड का इस्तेमाल कर के भगवान सुब्रमण्येश्वर की प्रतिमा तोड़ी। टूटे हाथ मंदिर में ही गिरे मिले। ये लुटेरों की करतूत नहीं है, क्योंकि मंदिर में से एक भी कीमती सामान गायब नहीं हुई थी। इस मंदिर को 2002 में निर्मित किया गया था और इसमें बड़ी संख्या में हिन्दू श्रद्धालु आते हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि नए साल का जश्न मनाने वाले ईसाई धर्म से जुड़े लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है। विहिप ने कहा जगन सरकार में भगवान तक सुरक्षित नहीं हैं। प्रदेश सरकार हिन्दू मंदिरों मे हो रही घटनाओं पर मूक बनी हुई है पूर्व में बेजवाड़ा कनक दुर्गा मंदिर में रथ के तीन शेरों की प्रतिमाओं को क्षतिग्रस्त किया गया था। अमरावती मंदिर में रथ में आग लगा दी गई। कहीं भी दोषियों की गिरफ्तारी नहीं हुई। अगर सरकार ने समय पर कार्रवाई की होती तो अगली घटनाएँ होती ही नहीं।
विहिप ने बताया इस घटना से दो दिन पहले भी विजयनगरम जिले के नेल्लीमरला मंडल में एक पहाड़ी पर स्थित मंदिर में अज्ञात उपद्रवियों ने भगवान श्रीराम की मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया था। मूर्ति रामतीर्थम गाँव के पास पहाड़ी की चोटी पर स्थित बोडिकोंडा कोदंडाराम मंदिर में विराजमान थी। उपद्रवी ताला तोड़ मंदिर के गर्भगृह में घुसे और और स्वामी कोदंडारामुडु का सिर काटकर अलग कर दिया। मुख्य मंदिर पहाड़ी की तलहटी में है।
उन्होंने केन्द्र सरकार से मांग की है कि आंध्रप्रदेश मे हिन्दुओं की आस्था श्रद्धा पर लगातार षडयंत्र के तहत हमले जारी हैं। मठ-मंदिरो मे स्थापित सजीव मूर्तियों को खंडित किया जा रहा है। ऐसे में सी.बी.आई द्वारा जांच करायी जाय तथा राज्य सरकार को इस संबंध मे जवाब देने के लिये नोटिस जारी करे।
सं प्रदीप
वार्ता