विजयवाडा, 01 नवंबर(वार्ता) आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड़्डी ने कहा है कि निहित स्वार्थी तत्वों की ओर से राज्य की प्रगति में जो भी बाधाएं पैदा की जा रही है उन सभी को दूर कर कर हम प्रगति की राह पर चलेंगे।
श्री रेड्डी ने राज्य के स्थापना दिवस के मौके पर रविवार को अपने संबोधन में कहा कि श्री पी श्रीरामुलु जैसे महान पुरूषों के बलिदान और त्याग के कारण ही 01 नवंबर ,1956 को अलग आंधप्रदेश अस्तित्व में आया था।
उन्होनें कहा कि आज भी राज्य की साक्षरता दर 33 प्रतिशत है और 85 प्रतिशत जनता सफेद राशन कार्डों पर निर्भर हैं तथा लोग गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे हैं लेकिन इन सभी चुनौतियों का डट कर सामना किया जाएगा और राज्य एक बार प्रगति की राह पर अग्रसर होगा।
उन्होंने कहा“ राज्य में काफी कृषि भूमि पर सिंचाई की सुविधा नहीं है और 32 लाख लोग आवासों का इंतजार कर रहे हैं तथा ये सब बातें हमें हमारी जिम्मेदारी का अहसास दिलाती है । राज्य सरकार पिछले 17 माह से परिवार स्वास्थ्य योजनाओं,
शिक्षा, कृषि और सिंचाई जैसे मसलों पर विशेष ध्यान दे रही थी ताकि गरीबों और जरूरतमंद लोगों के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को क्रियान्वित किया जा सके। मेरा सपना यह है कि राज्य के लोगों के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव ला सकूं और इसे ध्यान में रखते हुए एक गांव को इकाई मान कर विकास का पैमाना तय किया गया है।”
श्री रेड्डी ने कहा“ राज्य सरकार ने सरकारी स्कूलों की हालत सुधारने के लिए अनेक कदम उठाए हैं और इन्हें प्राईवेट स्कूलों के बराबर करने के लिए “ नाडु -नेडू ” योजना के तहत काम किया गया है तथा सभी छात्रों के पढ़ाई का माध्यम अंग्रेजी उपलब्ध कराया गया। लेकिन यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ निहित स्वाथी ताकतें सरकार की प्रगति से चिढ़ रही हैँ और अब वे हमारे कार्यों पर कीचड़ उछाल रही हैं।”
इससे पहले उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और श्री रामुलू और तेलूगू थल्ली को अपनी पुष्पांजलि अर्पित की तथा राज्य स्थापना दिवस के मौके पर गार्ड ऑफ आनर का निरीक्षण किया।
इस मौके पर मंत्री वी श्रीनिवास, सांसद एन सुरेश, मुख्य सचिव नीलम साहनी, पुलिस महानिदेशक गौतम साहनी, सरकार के सलाहकार (जनसंपर्क) एस रामाकृष्णा रेड्डी , सरकारी सलाहकार (संचार) जीवीडी कृष्णा मोहन और अन्य गणमान्य अतिथि मौजूद थे।
जितेन्द्र
वार्ता