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जनता को नहीं कांग्रेस को आ रहा गुस्सा: शिवराज

जनता को नहीं कांग्रेस को आ रहा गुस्सा: शिवराज

शिवपुरी, 11 नवंबर (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि गुस्सा प्रदेश की जनता को नहीं, बल्कि कांग्रेस को आता है, क्योंकि पिछले पंद्रह वर्ष से वह सत्ता से दूर हैं और सत्ता में आने के लिए झटपटा रहे हैं, इसी झटपटाहट के चलते उनकों गुस्सा आ रहा है।

श्री चौहान ने जिले के पोहरी, बैराड और करेरा विधानसभा क्षेत्र में अपने प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि जब मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, तो प्रदेश फुकलेट था। इन्होंने प्रदेश को बर्बाद कर दिया था। गड्डों में सड़कें थीं, सिंचाई की व्यवस्था नहीं थी। पूरा प्रदेश अंधेरे में था। उन्होंने कहा कि हम प्रदेश में गरीबों के लिए संबल योजना लेकर आए, तो इस पर कांग्रेस को गुस्सा आता है, सिंचाई की उचित व्यवस्थाएं की, तो इस पर कांग्रेस को गुस्सा आता है। बुजुर्गों को तीर्थदर्शन यात्रा कराई तो इस पर उन्हे गुस्सा आता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में मध्यप्रदेश में सिर्फ साढ़े सात लाख हेक्टेयर जमीन पर सिंचाई होती थी। उसमें भी बैराड़ क्षेत्र में तो एक इंच जमीन पर इन्होंने सिंचाई की व्यवस्था नहीं की। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने 41 लाख हेक्टेयर जमीन पर सिंचाई की व्यवस्था की है। इसके लिए कई बड़ी, मध्यमवर्गीय एवं छोटी सिंचाई परियोजनाएं शुरू की हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने शिक्षा की व्यवस्था को भी पूरी तरह चौपट कर दिया था। शिक्षकों को 500 रूपए एवं 1200 रूपए देते थे। भाजपा सरकार ने शिक्षकों का वेतन 40 हजार और 60 हजार रूपए तक किया।

उन्हाेंने कहा कि वे 24 घंटे में से सिर्फ 3 घंटे सोता हैं। उन्हे चिंता है प्रदेश के विकास की, प्रदेश की जनता की, प्रदेश के युवाओं की। मध्यप्रदेश को अब समृद्ध राज्य भी बनाना है, इसलिए लगातार काम करता रहते हैं। लेकिन कांग्रेस के लोगों को आजकल नींद नहीं आ रही है। वे सारी रात करवटें बदलते रहते हैं। उन्हें डर है कि यदि ये शिवराज एक बार फिर मुख्यमंत्री बन गया, तो मध्यप्रदेश से कांग्रेस का नामोनिशान मिट जाएगा।

इस दौरान उन्होंने 15 वर्षों में किए गए विकास कार्यों को भी जनता के सामने रखा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने प्रदेश में डेढ़ लाख किलोमीटर सड़कों का जाल बिछाया है। बैराड़ को नगर परिषद बनाया है। यहां पर मंडी बनाई, पीने के पानी के लिए 500 करोड़ रूपए की योजना स्वीकृत की है। खेल के मैदान बनाए हैं, 3 करोड़ 27 लाख की लागत से आईटीआई का निर्माण कराया गया है। अब क्षेत्र में छोटे-छोटे उद्योगों की स्थापना करना है, जिससे क्षेत्र के युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकें।

करैरा में उन्होंने कहा कि यहां डकैतों का साम्राज्य हुआ करता था। पता नहीं, कहां-कहां के डाकुओं के गिरोह यहां सक्रिय थे। उनमें कुछ सफेदपोश डाकू भी थे, जिन्होंने मध्यप्रदेश को पूरी तरह लूट लिया था। उन्होंने कहा कि जब मैं मुख्यमंत्री बना तो पुलिस अफसरों की बैठक बुलाई और उनसे कहा कि या तो मध्यप्रदेश में शिवराज रहेगा, या फिर डाकुओं के गिरोह। अब मध्यप्रदेश में डाकुओं का एक भी गिरोह नहीं है।

बघेल

वार्ता

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