नयी दिल्ली, 23 मार्च (वार्ता) प्रसिद्ध समाजसेवी अन्ना हजारे ने कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू करने, निष्पक्ष चुनाव कराने तथा भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए लोकायुक्त की नियुक्ति की मांग को लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान में आज से अपना अनिश्चितकालीन अनशन शुरू कर दिया।
अनशन शुरू करने से पहले अन्ना हजारे ने राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। उसके बाद उनका काफिला रामलीला मैदान की तरफ बढ़ा, जहां उन्होंने बड़ी संख्या में मौजूद समर्थकों के बीच अपना अनिश्चितकालीन अनशन शुरू कर दिया। इससे पहले अन्ना ने 2011 में भ्रष्टाचार के खिलाफ अपना ऐतिहािसक आंदोलन इसी रामलीला मैदान में शुरू किया था।
उन्होंने कहा कि किसानों की स्थिति में सुधार के लिए स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू होनी चाहिए। इसके साथ ही केन्द्र सरकार लोकपाल और राज्यों में लोकायुक्तों की नियुक्ति करे। निष्पक्ष चुनाव को जरूरी बताते हुए उन्होंने कहा कि इससे लोकतंत्र मजबूत होगा।
अन्ना हजारे ने कहा कि पिछले वर्ष 31 अगस्त को उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सूचित कर दिया था कि स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू की जानी चाहिए और लोकपाल तथा लाकायुक्तों की नियुक्ति जल्द की जानी चाहिए। ऐसा नहीं करने पर वह आंदोलन शुरू कर देंगे।
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री ने मेरे पत्र का जवाब नहीं दिया, इसिलए मैंने दिल्ली में अपना आंदोलन शुरू करने का निर्णय लिया। मेरा विरोध प्रदर्शन मांगें पूरी नहीं होने तक जारी रहेगा।” उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री लोकपाल की नियुक्ति के बारे में गंभीर नहीं है। अन्ना हजारे ने कहा कि लोकपाल की नियुक्ति के पीछे देरी का कारण यह है कि प्रधानमंत्री को डर है कि एक बार इसके हकीकत में बदल जाने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय एवं उनके कैबिनेट के सदस्य इसके दायरे में आ जाएंगे।
अन्ना हजारे के आंदोलन में देश के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में किसान हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके आंदोलन में ज्यादा लोग नहीं आए इसलिए कई रेलगाड़ियों को रद्द कर दिया गया है।
अभिनव सुरेश
वार्ता