कानपुर, 23 अक्टूबर (वार्ता) केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने शनिवार को कानपुर में अंतरराष्ट्रीय परीक्षण प्रयोगशाला का शिलान्यास किया।
यह परीक्षण प्रयोगशाला वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) और केएलसी अनुसंधान परिषद के तहत एक संस्थान, केंद्रीय चमड़ा अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर-सीएलआरआई) के बीच हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन के अनुसार स्थापित की जाएगी।
श्रीमती पटेल ने इस मौके पर कहा कि आज गर्व और खुशी का क्षण है क्योंकि कानपुर उनका गृहनगर है। उन्होंने कानपुर क्षेत्र और उसके आसपास मौजूद चमड़ा उद्याेग में लगे लोगों के लिए समर्पित अंतरराष्ट्रीय परीक्षण प्रयोगशाला की स्थापना के लिए आभार व्यक्त किया और उद्योग के सदस्यों की सराहना की। कानपुर क्षेत्र की भारत के एक प्रमुख चमड़े के समूह के रूप में विशेष पहचान है। उन्होंने कहा कि डीजीएफटी हस्तशिल्प के सामान बनाने के लिए जाने जाने वाले एक्सपोर्ट हब के तहत हर जिले को मजबूत करने की योजना बना रहा है। उन्होंने कहा कि सीएलआरआई, एलएसएससी और अन्य संस्थान कार्यबल को कौशल, प्रौद्योगिकी और प्रशिक्षण के मामले में चमड़ा उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका हैं। उन्होंने चमड़ा उत्पाद से जुड़े लोगों की ओर से उठाई गई उनकी चिंताओं के निवारण का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा कि कानपुर में परीक्षण प्रयोगशाला क्षेत्र में चमड़ा उद्योग के लिए एक वरदान साबित होगी और विदेशी खरीदारों की शर्तों के अनुसार निर्यात उत्पादों की परीक्षण आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करेगी।
चमड़ा क्षेत्र कौशल परिषद कानपुर, चमड़ा समूह में विभिन्न कौशल विकास की पहल कर रही है। एलएसएससी ने कानपुर क्लस्टर में युवाओं के लिए शिक्षुता प्रशिक्षण आयोजित किया था। श्रीमती पटेल ने हाल ही में शिक्षुता प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवाओं को कौशल प्रमाण पत्र से सम्मानित किया।
गौरतलब है कि कानपुर देश का एक प्रमुख चमड़ा उत्पाद का हब जिसका लंबा इतिहास और सफलता रही। कानपुर को देश में औद्योगिक सुरक्षा जूते, काठी और हार्नेस वस्तुओं का सबसे बड़ा विनिर्माण आधार होने का गौरव प्राप्त है, इसके अलावा यह तैयार चमड़े और मूल्य वर्धित चमड़े के उत्पादों और जूते का एक प्रमुख उत्पादन केंद्र है। इस क्लस्टर को विदेश व्यापार नीति में ‘निर्यात उत्कृष्टता के शहर’ के रूप में भी अधिसूचित किया गया है और कानपुर जिले को उत्तर प्रदेश सरकार की ‘एक जिला एक उत्पाद’ योजना के तहत ‘चमड़े के उत्पाद’ के लिए सूचीबद्ध किया गया है।
श्रवण
वार्ता