नयी दिल्ली, 19 नवम्बर (वार्ता) भारतीय सेना का बहुपक्षीय वार्षिक संयुक्त मानवीय सहायता और आपदा राहत अभ्यास, 'संयुक्त विमोचन 2024' अहमदाबाद और पोरबंदर में सफलतापूर्वक संपन्न हो गया।
सेना के प्रवक्ता ने आज बताया कि सेना की दक्षिणी कमान की कोणार्क कोर द्वारा आयोजित यह अभ्यास सोमवार और मंगलवार को अहमदाबाद और पोरबंदर, गुजरात में आयोजित किया गया। सोमवार को अहमदाबाद में अभ्यास के उद्घाटन कार्यक्रम में एक टेबल टॉप अभ्यास दिखाया गया, जो 'गुजरात के तटीय क्षेत्र में चक्रवात' की थीम पर केंद्रित था। इस कार्यक्रम में सशस्त्र बलों के अधिकारियों के साथ राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण , गुजरात राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, मौसम विभाग और फिक्की के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। मंगलवार को पोरबंदर की चौपाटी बीच पर अनेक एजेन्सयिों की क्षमता का प्रदर्शन किया गया।
बहु एजेंसी क्षमता प्रदर्शन में विभिन्न एजेंसियों को एक नकली चक्रवात परिदृश्य में समन्वित रसद, त्वरित प्रतिक्रिया और प्रभावी आपदा प्रबंधन रणनीतियों का अभ्यास करते हुए दिखाया गया। इस कार्यक्रम ने प्राकृतिक आपदाओं से निपटने में भारतीय सेना, भारतीय नौसेना, भारतीय वायु सेना, भारतीय तट रक्षक, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, राज्य आपदा मोचन बल , केंद्रीय और राज्य एजेंसियों के सहयोगात्मक प्रयासों पर प्रकाश डाला।
आत्मनिर्भर भारत पहल के अनुरूप, प्रदर्शन के साथ-साथ एक औद्योगिक प्रदर्शन भी आयोजित किया गया, जो भारतीय रक्षा उद्योगों को आपदा प्रतिक्रिया प्रौद्योगिकी में अपने नवाचारों और विनिर्माण क्षमताओं को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करता है। इस कार्यक्रम ने आपदा प्रबंधन में आत्मनिर्भरता और तकनीकी प्रगति के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।
सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने इस अभ्यास के आयोजन और इसे उत्कृष्टता और कुशलता के साथ निष्पादित करने के लिए सभी प्रतिभागियों के प्रयासों और समर्पण की सराहना की। उन्होंने वैश्विक मानवीय प्रयासों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को मजबूत किया, जिसमें यह संकट के समय में दुनिया भर में कई लोगों के लिए आशा और सहायता की किरण के रूप में उभरा है, जो राष्ट्रों के साथ-साथ संकट में फंसे लोगों को महत्वपूर्ण सहायता प्रदान करता है। उन्होंने कहा, "भारतीय सशस्त्र बलों ने हाल के वर्षों में खोज और बचाव मिशन, मानवीय सहायता और चिकित्सा सहायता के प्रावधान सहित आपदा राहत कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है"।
दोनों दिन इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में खाड़ी सहयोग परिषद, हिंद महासागर क्षेत्र और दक्षिण पूर्व एशिया के नौ मित्रवत विदेशी देशों के 15 वरिष्ठ अधिकारियों और प्रतिनिधियों ने भाग लिया। उनकी भागीदारी ने अंतरराष्ट्रीय सहयोग के महत्व को रेखांकित किया, जिससे आपदा प्रबंधन में सर्वोत्तम प्रथाओं, डोमेन ज्ञान और अनुभव का आदान-प्रदान हो पाया। अभ्यास 'संयुक्त विमोचन 2024' भारत की तैयारियों और प्रतिक्रिया क्षमताओं को मजबूत करने, वैश्विक स्तर पर आपदा प्रबंधन में अपने नेतृत्व को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
संजीव,आशा
वार्ता