श्रीनगर 26 अक्टूबर (वार्ता) सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिरीक्षक अभिनव कुमार ने शनिवार को कहा कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर बीएसएफ और सेना पूरी तालमेल से काम कर रही है तथा दोनों ही हाई अलर्ट पर है ताकि सीमा पार (पाकिस्तान की ओर) से आतंकवादियों के घुसपैठ के किसी भी प्रयास को विफल किया जा सके।
श्री कुमार यहां एक सम्मेलन के इतर संवाददाताओं से कहा कि ने कहा कि वैसे तो हर वर्ष सर्दियों में भारी बर्फबारी के कारण दर्रा बंद होने से पहले एलओसी के पार से घुसपैठ के प्रयासों में वृद्धि होती है। उन्होंने कहा,“हर साल सितंबर के आसपास, पाकिस्तान युद्ध विराम का उल्लंघन करता है और भारी बर्फबारी के कारण मार्ग बंद होने से पहले आतंकवादियों को इस ओर घुसाने की कोशिश करता है। लेकिन, सेना और बीएसएफ द्वारा अबतक घुसपैठ की सभी कोशिशों को नाकाम कर दिया गया है।”
उन्होंने कहा कि आतंकवादियों द्वारा घुसपैठ की किसी भी कोशिश को नाकाम करने के लिए एलओसी पर सेना हाई अलर्ट पर है। उन्होंने कहा, “सेना और बीएसएफ आतंकवादियों द्वारा घुसपैठ की किसी भी कोशिश का मुकाबला करने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में पूरे समन्वय के साथ काम कर रहे हैं।”
इस बीच, पाकिस्तान नियमित रूप से संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है और पिछले एक पखवाड़े से जम्मू-कश्मीर की अग्रिम चौकियों और नागरिक इलाकों को निशाना बना रहा है। उत्तरी कश्मीर में रविवार को पाकिस्तान की गोलाबारी में एक महिला समेत दो नागरिक मारे गये तथा दो जवान शहीद हो गए। पाक गोलाबारी में गुरुवार को एक महिला की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए।
रविवार को तंगधार सेक्टर में पाकिस्तान के गोलाबारी में सेना के दो जवानों और एक नागरिक की मौत हो गई, जिसके बाद भारतीय पक्ष ने जवाबी कार्रवाई कर तीन आतंकवादी लॉन्च पैड क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में बर्फबारी के कारण ऊपरी रास्ते बंद होने से पहले घुसपैठ करने के लिए पाक सैनिकों पीओके में लॉन्चिंग पैड में आतंकवादियों काे मदद करने के वास्ते संघर्षविराम का उल्लंघन कर रहे हैं।
श्री कुमार ने कहा कि पीओके में कई सौ प्रशिक्षित आतंकवादी एलओसी के उस पार आने का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एलओसी पर निगरानी रखने वाले सैनिकों को घुसपैठ की किसी भी कोशिश को नाकाम करने के लिए पहले से ही हाई अलर्ट पर रखा गया है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष पीओके से घुसपैठ की कई कोशिशों को नाकाम कर दिया गया है।
संजय राम
वार्ता