राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Jan 16 2019 7:09PM असम, दार्जिलिंग की तरह चाय उत्पादन से बनेगी जशपुर की अलग पहचान
पत्थलगांव, 16 जनवरी (वार्ता) छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले की अनुकूल जलवायु के चलते यहां चाय उत्पादन का रकबा में लगातार वृद्धि हो रही है। असम और दार्जिलिंग की तरह जशपुर की चाय की भी अच्छी क्वालिटी होने से छत्तीसगढ़ सहित पड़ोस के झारखंड और उड़ीसा राज्य के लोगों को इस चाय का स्वाद खूब रास आ रहा है।
जिला कलेक्टर निलेश महादेव क्षीरसागर ने आज बताया कि जशपुर के सारूडीह की ग्रीन टी और अन्य ब्रांडों की भारी सफलता के बाद वन विभाग ने मनोरा विकासखंड के कांटाबेल और गजमा में लगभग डेढ़ सौ एकड़ क्षेत्र में चाय उत्पादन की तैयारी शुरू कर दी है।
उन्होने बताया कि असम और दार्जिलिंग की तरह यहां चाय उत्पादन के लिए मिट्टी के साथ अनुकूल जलवायु के चलते जशपुर की भी अब पूरे देश में अलग पहचान बन जाएगी। श्री क्षीरसागर ने बताया कि यहां चाय की खेती का रकबा में वृद्धि के लिए वन विभाग की बालाछापर नर्सरी में लगभग ढ़ाई लाख चाय के पौधे तैयार करा लिए गए हैं। चाय उत्पादन के काम में महिला स्व सहायता समूह की सदस्यों को जोड़ कर उन्हे आत्मनिर्भर बनाने की योजना बना कर इसका क्रियान्वयन शुरू कर दिया गया है।
श्री क्षीरसागर ने बताया कि चाय का उत्पादन के साथ यहां पैंकिंग का काम होने से अंचल के किसानों में चाय की खेती को लेकर काफी उत्साह देखा जा रहा है।
सं बघेल
वार्ता