Friday, Mar 29 2024 | Time 04:33 Hrs(IST)
image
राज्य » बिहार / झारखण्ड


महादलितों के शौचालय निर्माण में मददगार अश्विनी दोबारा बने केंद्रीय मंत्री

महादलितों के शौचालय निर्माण में मददगार अश्विनी दोबारा बने केंद्रीय मंत्री

पटना 30 मई (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान में अहम भूमिका निभाते हुये ग्यारह हजार महादलित परिवार के शौचालय निर्माण में मदद करने वाले बिहार के बक्सर से सांसद अश्विनी कुमार चौबे को मोदी मंत्रिमंडल में दूसरी बार मंत्री पद की जिम्मेवारी सौंपी गई है।

बिहार के पटना विश्वविद्यालय के छात्र संघ के अध्यक्ष बनकर राजनीति में पदार्पण करने वाले श्री चौबे ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण के छात्र आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई। आपातकाल के दौरान मीसा एक्ट के तहत वह जेल भी गये।

वह विधानसभा चुनाव में भागलपुर से लगातार पांच बार विजयी हुये। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में बक्सर सीट से जीतने के बाद उन्हें नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री बनाया गया। ‘घर-घर में हो शौचालय का निर्माण, तभी होगा लाडली बिटिया का कन्यादान’ के नारे को लेकर सुर्खियों में रहे श्री चौबे ने महादलित परिवारों के लिए 11000 शौचालय बनाने में भी मदद की, जिसे उनकी उपलब्धियों में गिना जाता है।

बिहार में भागलपुर जिले के दरियापुर में श्री सहदेव प्रसाद चौबे और श्रीमती सुदेवी के घर में 02 जनवरी 1953 को जन्मे अश्विनी चौबे ने स्नातक तक की पढ़ाई की है। उनकी पत्नी नीता चौबे और उनके दो बेटे हैं।

श्री चौबे 1995 से 2014 तक बिहार विधानसभा के सदस्य रहे। वह बिहार सरकार में आठ साल तक स्वास्थ्य, शहरी विकास और जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी सहित अहम विभागों का पदभार संभाल चुके हैं। वह 1974 से 1987 तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भी रहे।

वर्ष 2014 के आम चुनाव में मोदी लहर पर सवार होकर भाजपा प्रत्याशी अश्विनी कुमार चौबे ने शानदार जीत दर्ज की थी। उन्होंने बक्सर में राजद प्रत्याशी जगदानंद सिंह को 132338 वोटों के अंतर से हराया था। दिलचस्प है कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भी बक्सर सीट पर उनका मुकाबला राजद के जगदानंद सिंह से ही हुई। इस चुनाव में उन्होंने श्री सिंह को 115063 मतों से हरा दिया।

सूरज शिवा

वार्ता

image