जम्मू, 19 अगस्त (वार्ता) जम्मू हवाई अड्डे के विस्तार तथा यहां रात में घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के उतरने की सुविधा के लिए हवाई अड्डे पर एक अक्टूबर से दो हफ्तों तक विमान परिचालन स्थगित रहेगा।
वर्तमान में जम्मू हवाई अड्डे पर जरुरी बुनियादी ढाँचे तथा रनवे की उपयुक्त लंबाई नहीं होने के कारण रात में विमानों के उतरने की व्यवस्था नहीं है।
उपायुक्त सुषमा चौहान ने 16 अगस्त को एक बैठक में संबद्ध एजंसियों को निर्देश दिया कि वह यहां से अनावश्यक पेड़ों की कटाई करें और उबड़ खाबड़ जमीन को समतल कर भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) को उपलब्ध कराएं ताकि तय समय सीमा में हवाई अड्डे के विस्तार का काम पूरा किया जा सके।
एएआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यहां यूनीवार्ता को कहा, “ हवाईअड्डे के विस्तार का काम तेजी से चल रहा है तथा रनवे की लंबाई को भी बढ़ाया जा रहा है।”
उन्होंने कहा, “ एयर इंडिया समेत 25 विमानन कंपनियां रोजाना जम्मू से उड़ानों का संचालन करती है। हवाईअड्डे के बंद रहने से निश्चित तौर पर कंपनियों को घाटा होगा लेकिन इसके अलावा अन्य कोई विकल्प भी नहीं है। हवाईअड्डे पर विमान उड़ानों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रनवे का विस्तार बेहद आवश्यक है।”
अधिकारी ने बताया, “ एएआई के स्वामित्व वाली जमीन पर पेड़ों को काटने, विस्तार और मरम्मत का काम जारी है। वर्ष 2018 में एएआई को विस्तार के लिए यह जमीन आवंटित की गयी थी और यहां रनवे का विस्तार सुरक्षा की नज़र से बेहद अहम है।”
उन्होंने बताया कि वर्तमान में रनवे की लम्बाई 6700 फिट है जिसे 8000 फ़ीट तक बढ़ाया जाएगा ताकि रात के समय में भी उड़ानों की आवाजाही बाधित न हो। विभागीय प्रशासन और एएआई के बीच रोजाना विस्तार के मद्देनज़र बैठक भी जारी है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रनवे के विस्तार का काम कुछ दिनों में शुरू किया जाएगा जिसकी अनुमानित लागत 75 करोड़ रूपए है।
जतिन जितेन्द्र
वार्ता