राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Sep 14 2019 9:57PM महिला सुरक्षा में वृद्वि के साथ अपराधों में हो प्रभावी कार्रवाई :अवस्थी
लखनऊ, 14 सितम्बर (वार्ता) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिलाओं की सुरक्षा में वृद्वि एवं उनके विरूद्व होने वाले अपराधों में प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने की दिशा में किये जा रहे प्रयासों में और अधिक तेजी लाने के निर्देश दिये गये है।
उन्होनेें राजधानी लखनऊ को महिलाओं के लिये सुरक्षित शहर बनाने के लिए भारत सरकार के सहयोग से संचालित की जाने वाली ‘‘सेफ सिटी परियोजना’’ के क्रियान्वयन में भी और तेजी लाने के निर्देश दिये है।
इस कड़ी में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने आज वूमेन लाइन (1090) का औचक आज यहां औचक निरीक्षण किया एवं केन्द्र पर महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था के लिए अपनायी जा रही प्रक्रिया की
बारीकियों पर विस्तार से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने निर्देश दिये है कि 1090 में महिलाओं की आने वाली शिकायतों का तत्परता से निस्तारण सुनिश्चित किया जाये एवं उसकी नियमित रूप से समीक्षा कर प्रगति रिर्पोट शासन को भी प्रस्तुत की जाय। उन्होंनें यह भी निर्देश दिये है कि 1090 की कार्रवाई के बाद भी न सुधरने वाले तत्वों के विरूद्व कड़ी विधिक कार्रवाई की जाये।
श्री अवस्थी ने 1090 मुख्यालय पर अपर पुलिस महानिदेशक, श्रीमती अंजू गुप्ता, और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से ‘‘सेफ सिटी परियोजना’’ में अब तक हुई प्रगति की विस्तार से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने इस परियोजना के लिये सलाहकार की तैनाती तत्काल किये जाने के लिए आवश्यक औपचारिकताओं को भी जल्द पूर्ण किये जाने के लिए कहा । इस अवसर पर गृह सचिव भगवान स्वरूप भी मौजूद थे।
गौरतलब है कि भारत सरकार के सहयोग से चलायी जाने वाली इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ बनाना है। इसके लिये भारत सरकार द्वारा निर्भया कोष से 60 प्रतिशत एवं राज्य सरकार द्वारा 40 प्रतिषत धनराशि उपलब्ध करायी जायेगी। इसके तहत लखनऊ पुलिस एवं 1090 को और अधिक सुदृढ बनाया जायेगा। परियोजना की कुल स्वीकृत लागत 194,44 करोड़ रूपये है। वर्तमान वित्तीय वर्ष 2019-20 में केन्द्रांश एवं राज्यांश को मिलाकर इस परियोजना के लिए 97़ 58 करोड़ रूपये की धनराशि प्रदान की गई है तथा इसे लागू करने की जिम्मेदारी प्रदेश पुलिस को दी गई है।
एक पहली जनवरी से 31 जुलाई तक 1090 पर महिलाओं के द्वारा की गई शिकायतों के एक लाख 62 हजार 334 मामले पंजीकृत किये गये जिनमें से एक लाख 56 हजार 800 मामलों का निस्तारण किया गया जो लगभग 96 प्रतिशत है।
त्यागी
वार्ता