राज्य » जम्मू-कश्मीरPosted at: Oct 5 2019 12:13AM कश्मीर घाटी की मस्जिदों में जुमे की नमाज पर रोक
श्रीनगर 04 अक्टूबर (वार्ता) जम्मू-कश्मीर में पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 और 35ए हटाये जाने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किये जाने के बाद पिछले दो माह से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है जबकि श्रीनगर में स्थित ऐतिहासिक जामिया मस्जिद और कुछ अन्य प्रमुख मस्जिदों में लगातार नौंवें सप्ताह जुमे की नमाज नहीं अदा की जा सकी।
घाटी मेंं हालांकि उसके अंदरूनी इलाकों में स्थित कुछ मस्जिदों में जुमे की नमाज अदा की गयी।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि श्रीनगर के पुराने इलाके और अन्य हिस्सों में जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन की आशंका के मद्देनजर निषेधाज्ञा के तहत आज भी पाबंदियां जारी रही।
जामिया मस्जिद की ओर जाने वाले सभी प्रवेश द्वार बंद रहे तथा किसी भी व्यक्ति को मस्जिद में प्रवेश की इजाजत नहीं दी गयी। मस्जिद और इसके आस-पास लोगों को एकत्र होने से रोकने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों के जवानों को तैनात किया गया।
इसबीच हुर्रियत कांफ्रेंस के उदारवादी धड़े के प्रमुख मीरवाइज उमर फारूक के मजूबत गढ़ जामिया मस्जिद की ओर जाने वाली सड़कों को वाहनों और पैदलयात्रियों के लिए खुला रखा गया। इस दौरान विरोध प्रदर्शनों को रोकने के लिए सुरक्षा बल के जवान भी तैनात रहे।
नौहट्टा के निवासी रमजान शाह ने कहा,“जामिया मस्जिद में लगाातार नौ सप्ताह से जुमे की नमाज अदा नहीं की जा सकी है। हमने पिछले दो माह से इस मस्जिद से अजान की आवाज नहीं सुनी है और यह बेहद निराशाजनक है।”
इसी तरह, घाटी के विभिन्न हिस्सों में अन्य प्रमुख मस्जिद में भी नमाज नहीं अदा की जा रही है क्योंकि अधिकांश मस्जिदों को बंद रखा गया है। लेकिन, घाटी में छोटी स्थानीय मस्जिदों से शुक्रवार की नमाज अदा करने की रिपोर्ट मिली है।
संजय, उप्रेती
वार्ता