दुनियाPosted at: Aug 25 2018 7:22PM बेल्ट और रोड़ पहल कोई सामरिक याेजना नही: चीन
बीजिंग 25 अगस्त (वार्ता) चीन के विदेश मंत्री और सरकार के सलाहकार वांग यी ने कहा है कि बेल्ट अौर रोड़ (बीआरआई) परियोजना कोई भूराजनीतिक अथवा सैन्य योजना नहीं है बल्कि यह अंतराष्ट्रीय सेवाओं और बेहतरी के लिए विश्व को चीन की तरफ से एक पहल है।
श्री यी ने मंगोलिया की राजधानी उलान बटोर में शनिवार को पत्रकारों को बताया कि जब से चीन ने इस परियोजना की शुरुआत की है तब से ही इसे लेकर अलग-अलग तरह की बातें हाे रही हैं और वह बताना चाहते हैं कि यह कोई सैन्य योजना नहीं है।
संवाद समिति शिन्हुआ ने श्री यी के हवाले से कहा कि चीन ने इस परियोजना के बारे में विस्तृत मंत्रणा, संयुक्त योगदान और साझा लाभ जैसे सिद्धांतों का पालन किया है और इसमें पूरी पारदर्शिता, खुलेपन तथा समावेशी नजरिए काे समहित किया गया है। इसमें अंतरराष्ट्रीय नियमों अौर प्रत्येक देश से जुड़े कानूनों को पालन किया गया है। चीन हरित अौर सतत विकास कार्य का पक्षधर रहा है और इसी के चलते उसने इस परियोजना में उच्च गुणवत्ता तथा मानकों को अपनाया है। यह परियोजना चीन की दीर्घकालिक नीति के अनुरूप है जिसमें साझा हितों तथा खुलेपन का ध्यान रखा गया है।
उन्होंने कहा कि बीआरआई योजना का मकसद विभिन्न देशों के बीच विकासात्सक रणनीति को समाहित कर नए सहयोग तथा विकास की संभावनाओं को तलाशना है ताकि साझा विकास तथा समृद्धि के लक्ष्य को हासिल किया जा सके। इस प्रकिया में चीन अपनी विकासात्मक संभावनाओं काे दूसरे देशों के साथ साझा करने का इच्छुक है और सभी देशों से आग्रह करता है कि चीन के विकास के इस रथ पर वे भी सवारी करें।
मंगोलिया और चीन के बीच सहयोग से जुड़े एक सवाल पर उन्होंने कहा कि इस परियोजना में मंगोलिया उसका प्राकृतिक सहयोगी है और इसमें मंगोलिया की भागीदारी विकास के नए रास्ते खोलेगी। उन्हाेंने कहा कि चीन मंगोलिया के प्राकृतिक संसाधनों का इस्तेमाल कर उसे फायदा पहुंचान में मदद करेगा। इसके अलावा उसके विनिर्माण और प्रसंस्करण उद्योग को भी बढ़ावा देगा।