अमरकंटक, 29 जनवरी (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान में चिन्हित हितग्राहियों को पांच फरवरी से योजना का लाभ दिलाया जाएगा।
श्री चौहान आज अनूपपुर जिले के अमरकंटक में मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान में संभाग स्तरीय स्वीकृति-पत्र वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने अमरकंटक नर्मदा उद्गम मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट का शुभारंभ, विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास और विभिन्न योजनाओं में हितग्राहियों को हितलाभ वितरित किये। इस मौके पर खाद्य, नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह, जिले की प्रभारी एवं जनजातीय कार्य मंत्री मीना सिंह, सांसद हिमाद्री सिंह, विधायक, जन-प्रतिनिधि, संतगण और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने कन्या-पूजन और दीप जला कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने संतों का सम्मान भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में जनता की सरकार है और वे जनता के सेवक हैं। सरकार जनता की जिन्दगी बदलने के लिये होती है। इसके लिये हमने मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान चला कर पूरे प्रदेश में ऐसे गरीब लोगों को चिन्हित किया, जो योजनाओं का लाभ लेने के लिये पात्र थे। इन सभी पात्र हितग्राहियों को योजना का लाभ 5 फरवरी से शुरू हो रही विकास यात्रा में गाँव-गाँव जाकर दिया जायेगा।
श्री चौहान ने कहा कि शनिवार को नर्मदा जयन्ती पर माँ नर्मदा मैया की प्रेरणा से उन्होंने अपनी बहनों के लिये एक योजना बनाई है। इस योजना का नाम लाड़ली बहना योजना है, जो मेरी बहनों को आत्म-निर्भर बनाने के साथ उनका सशक्तिकरण भी करेगी। योजना में अमीर और इन्कम टेक्स पेयी परिवार की महिलाओं को छोड़ कर शेष सभी वर्ग की महिलाओं को प्रतिमाह एक हजार रूपये की राशि प्रदान की जायेगी। इस प्रकार प्रत्येक पात्र हितग्राही बहन को एक वर्ष में 12 हजार रूपये मिलेंगे, जिससे वे अपने घर का खर्च और अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति कर सकेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना को केबिनेट में लाकर लागू किया जायेगा। हितग्राही बहनों को चिन्हित करने के लिये गांव-गांव शिविर लगा कर फार्म भरवाये जायेंगे। यह अभियान तीन माह तक चलेगा।
श्री चौहान ने शहडोल संभाग के तीनों जिलों में मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान में प्राप्त आवेदन और स्वीकृत आवेदनों की जानकारी संबंधित कलेक्टर्स से ली। उन्होंने निर्देश दिये कि आगामी 2 दिन में सभी चिन्हित हितग्राहियों को स्वीकृति-पत्र का वितरण सुनिश्चित किया जाये, जिससे 5 फरवरी से शुरू हो रही विकास यात्रा में हितग्राहियों को हित-लाभ मिलना शुरू हो जायें। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि किसी पात्र व्यक्ति को स्वीकृति-पत्र प्राप्त नहीं हो, तो वह सीएम हेल्पलाइन में अपनी शिकायत कर सकता है।
उन्होंने कहा कि विकास यात्रा में निर्माण कार्यों का लोकार्पण, शिलान्यास और ऐसे व्यक्तियों के नाम जोड़ने की कार्यवाही की जायेगी, जो पात्र होते हुए भी योजना का लाभ लेने से वंचित रह गये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे गरीब परिवार, जिनके पास आवास के लिये भूमि नहीं है, उन्हें मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना में नि:शुल्क भूमि आवंटित की जायेगी।
श्री चौहान ने कहा कि किसान परिवार के घर अब साल में 22 हजार रूपये प्रतिवर्ष आयेंगे। इसमें 6 हजार रूपये प्रधानमंत्री किसान कल्याण योजना, 4 हजार रूपये मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि और 12 हजार रूपये लाड़ली बहना योजना के शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पेसा नियम प्रदेश के 89 जनजातीय बहुल विकासखण्डों में लागू किया गया है। इन विकासखण्डों में ग्रामसभा को जल, जमीन और जंगल का अधिकार सौंपा गया है। यह नियम किसी भी वर्ग और व्यक्ति के खिलाफ नहीं है। इससे किसी को कोई नुकसान नहीं होगा। पेसा नियम में पटवारी और वन विभाग के बीट गार्ड को खसरा, भूमि रिकॉर्ड आदि का विवरण हर साल ग्रामसभा के समक्ष रखना होगा, जिससे भूमि की हेराफेरी न हो सके। यदि भू-रिकॉर्ड में गड़बड़ी पाई जाती है, तो उसे सुधारने का अधिकार ग्रामसभा को होगा।
उन्होंने कहा कि शासन द्वारा विकास के प्रोजेक्ट के लिये ली जाने वाली भूमि भी ग्रामसभा के अनुमति के बाद ही दी जा सकेगी। कोई भी बाहरी व्यक्ति छल-कपट से विवाह कर जमीन अपने नाम नहीं करवा सकेगा। ऐसा प्रकरण संज्ञान में आने पर ग्रामसभा कार्यवाही कर सकेगी। पेसा नियम में खनिज खदानों का पट्टा देने और नीलामी आदि के लिये ग्रामसभा से अनुमति लेना होगी। वनोपज और तेंदूपत्ता संग्रहण करने और उनका विक्रय मूल्य तय करने-बेचने का अधिकार ग्रामसभा को दिया गया है। ग्राम विकास की कार्य-योजना भी ग्रामसभा बनायेगी। साथ ही विकास कार्यों का मस्टर रोल ग्रामसभा में रखा जायेगा। मजदूरी के लिये ग्राम से बाहर जाने वाले श्रमिकों को ग्रामसभा में सूचना देना होगी।
श्री चौहान ने मंच से जानकारी ली कि अनूपपुर जिले का कोई गांव बिजली विहीन तो नहीं है। मुख्यमंत्री को बताया गया कि मजरे-टोले छोड़ कर सभी गाँव में बिजली पहुँच चुकी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कलेक्टर बिजली विभाग और वन विभाग के अधिकारियों के साथ मिल कर मजरे-टोलों में बिजली की उपलब्धता के लिये प्रपोजल तैयार करें। इस कार्य के लिये 50 करोड़ रूपये स्वीकृत किये जायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों का राशन खाने वालों को छोड़ा नहीं जायेगा। ऐसा कृत्य करने वालों को जेल भेजेंगे और मामा का बुलडोजर भी चलेगा। उन्होंने जन-प्रतिनिधियों एवं कलेक्टर से कहा कि वे राशन वितरण पर कड़ी निगरानी रखें और पात्र परिवारों को नियमित राशन वितरण सुनिश्चित करवाये।
श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की धरती पर किसी बीमार व्यक्ति को धन के अभाव में उपचार के लिये भटकने नहीं दिया जायेगा। गरीब परिवार को हर संभव बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध करवाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि बेटी आँचल शुक्ला के दिल का उपचार सफलता से हुआ है और वह आज स्वस्थ है। बेटी आँचल ने मंच पर आकर ‘मामा’ शिवराज का धन्यवाद अदा किया। उसने कहा कि जब मेरा दिल धड़कता है तो आवाज आती है ‘मामा जी’। उल्लेखनीय है कि बेटी आंचल का सरकारी खर्च पर दिल बदला गया था और वर्तमान में उसे नियमित उपचार के लिये जिला प्रशासन से आर्थिक सहयोग भी मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को रामनरेश प्रजापति की डायलिसिस और सुमित कुमार नापित की दादी का केंसर का इलाज कराने के निर्देश दिये। श्री चौहान का 2 बेटियों ने नीट में सलेक्शन होने और उनकी फीस सरकार की तरफ से भरने पर धन्यवाद ज्ञापित किया।
श्री चौहान ने अमरकंटक में मां नर्मदा उद्गम मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की खुशहाली और समृद्धि की कामना की। जिले की प्रभारी मंत्री मीना सिंह सहित जन-प्रतिनिधि मौजूद थे।
बघेल
वार्ता