Thursday, Mar 28 2024 | Time 16:05 Hrs(IST)
image
राज्य » बिहार / झारखण्ड


नाउम्मीदी के बीच मृतप्रायः बोर्ड-निगमों को पुनर्जीवित ही नहीं नए का गठन भी किया-सुशील

नाउम्मीदी के बीच मृतप्रायः बोर्ड-निगमों को पुनर्जीवित ही नहीं नए का गठन भी किया-सुशील

पटना 11 जून(वार्ता) बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि राज्य सरकार ने नाउम्मीदी के बीच मृतप्रायः बोर्ड-निगमों को न सिर्फ पुनर्जीवित किया गया बल्कि नए निगमों की स्थापना भी की ।

श्री मोदी ने यहां संवाद में आयोजित बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के 44 वें स्थापना दिवस समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि वर्ष 2003 में तत्कालीन राज्य सरकार ने प्रदेश के 18 बोर्ड-निगमों को बंद करने का निर्णय लिया था । वर्ष 2005 में राज्य में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(राजग) सरकार बनने के बाद नाउम्मीदी के बीच न केवल बोर्ड-निगमों को पुनर्जीवित किया गया बल्कि सड़क, शिक्षा, चिकित्सा,भवन निर्माण एवं शहरी प्रक्षेत्रों आदि के आधारभूत संरचना विकसित करने के लिए नए निगमों की स्थापना की गयी जो आज न केवल लाभांश अर्जित कर रहे हैं, बल्कि राज्य के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान भी दे रहे हैं।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क प्रक्षेत्र में पूर्ववर्ती सरकार अपने 15 वर्षों के शासनकाल में जहां मात्र 6,071 करोड़ रुपये खर्च कर पाई थी,वहीं राजग सरकार ने अपने 14 वर्षों में एक लाख 25 हजार करोड़ से ज्यादा खर्च किये हैं। उन्होंने कहा कि पहले की सरकार ने जितनी सड़कें नहीं बनाई उससे ज्यादा अलकतरा की खरीद कर 1996-97 में अलकतरा घोटाला किया जिसके लिए तत्कालीन मंत्री तक को जेल जाना पड़ा है । उस समय बिहार की सड़कें गड्ढों के लिए जानी जाती थी और आज बिहार की पहचान अच्छी सड़कों के लिए है।

श्री मोदी ने कहा कि जनहित में राज्य सरकार ने 37.66 करोड़ राजस्व के नुकसान के बावजूद 01 अप्रैल,2018 से अपने सभी पुलों पर लगने वाले टॉल टैक्स को खत्म कर दिया। उन्होंने कहा कि अब राज्य सरकार न केवल राज्य उच्च पथों का निर्माण करती है, बल्कि 31 मार्च, 2020 के पहले तक हर गांव ,टोलों को पक्की सड़कों से जोड़ने के साथ गांव तथा शहरों की गलियों तक का पक्कीकरण कर देगी।

शिवा

वार्ता

image