Tuesday, Apr 16 2024 | Time 20:54 Hrs(IST)
image
मनोरंजन


पचास-साठ के दशक के सुपरस्टार थे भारत भूषण

पचास-साठ के दशक के सुपरस्टार थे भारत भूषण

..पुण्यतिथि 27 जनवरी के अवसर पर ..

मुंबई, 26 जनवरी (वार्ता) बॉलीवुड में भारत भूषण को एक ऐसे अभिनेता के तौर पर याद किया जाता है जिन्होंने पचास-साठ के दशक में अपनी अभिनीत फिल्मों से दर्शकों के बीच खास पहचान बनायी।

चाैदह जून 1920 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ शहर में जन्में भारत भूषण का रुझान बचपन के दिनों से ही संगीत की ओर था और वह गायक बनना चाहते थे। भारत भूषण के पिता मेरठ में सरकारी वकील थे। वह चाहते थे, उनका पुत्र भी उन्हीं के नक्शे कदम पर चले और वकालत को अपना व्यवसाय अपनाये लेकिन भारत भूषण को यह बात मंजूर नहीं थी। इस बीच भारत भूषण ने हिंदी और अंग्रेजी साहित्य में अपनी स्नाकोत्तर की पढ़ाई पूरी की। चालीस के दशक में वह घर छोड़कर फिल्म इंडस्ट्री में अपनी किस्मत आजमाने के लिये मुंबई आ गये। मुंबई आने के बाद सर्वप्रथम भारत भूषण को केदार शर्मा की फिल्म .चित्रलेखा .में एक छोटी सी भूमिका निभाने का मौका मिला। फिल्म सफल रही लेकिन इसका फायदा निर्देशक केदार शर्मा को हुआ और भारत भूषण इस फिल्म के जरिए अपनी पहचान नहीं बना सके।

वर्ष 1942 में भारत भूषण को एक पौराणिक फिल्म ..भक्त कबीर.. प्रदर्शित हुयी। उन दिनों कबीर जैसे विवादास्पद विषय पर फिल्म बनाना एक साहसिक कदम था। फिल्म की सफलता के बाद भारत भूषण फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने में कुछ हद तक कामयाब हो गये। वर्ष 1942 से वर्ष 1951 तक भारत भूषण फिल्म इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाने के लिये संघर्ष करते रहे। फिल्म.चित्रलेखा .के बाद उन्हें जो भी भूमिका मिली, वह उसे स्वीकार करते चले गये। इस बीच उन्होंने सुहाग रात .अंजाना. रंगीला राजस्थान .उधार. चकोरी. देश सागर जैसी कई फिल्मों मे अभिनय किया लेकिन इनमें से कोई भी फिल्म बाक्स आफिस पर सफल नहीं हुयी।

    वर्ष 1952 भारत भूषण के सिने करियर का अहम वर्ष साबित हुआ और उन्हें विजय भटृ के निर्देशन मेंं बैजू बावरा में काम करने का मौका मिला। इस फिल्म ने 100 सप्ताह तक बॉक्स आफिस पर चलने का रिकार्ड बनाया। इस फिल्म की सफलता के बाद भारत भूषण बतौर अभिनेता फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने में सफल हो गये। इसके बाद भारत भूषण को विजय भटृ के निर्देशन में बनी एक और फिल्म ..चैतन्य महाप्रभु .. में काम करने का अवसर मिला। फिल्म चैतन्य महाप्रभु भी बॉक्स आफिस पर सुपरहिट साबित हुयी इसके साथ हीं इस फिल्म में अपने दमदार अभिनय के लिये भारत भूषण फिल्म फेयर के सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार से भी सम्मानित किये गये।

पचास के दशक में अशोक कुमार. दिलीप कुमार. राज कपूर और देवानंद जैसे सितारे फिल्म इंडस्ट्री में अपनी धाक जमा चुके थे लेकिन भारत भूषण ने अपनी एक अलग इमेज बनायी और दर्शकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। इस बीच आनंद मठ. मिर्जा गालिब. बसंत बहार. फागुन. गेटवे ऑफ इंडिया. रानी रूपमती की सफलता के बाद भारत भूषण सफलता के शिखर पर जा पहुंचे। वर्ष 1964 में भारत भूषण ने अपनी महात्वाकांक्षी फिल्म ..दूज का चांद.. का निर्माण किया लेकिन यह फिल्म भी बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से पिट गयी इसके बाद भारत भूषण ने फिल्म निर्माण से तौबा कर ली। वर्ष 1967 में प्रदर्शित फिल्म ..तकदीर ..बतौर मुख्य अभिनेता भारत भूषण की अंतिम फिल्म साबित हुयी।

सत्तर के दशक में जब फिल्म निर्माण का नया दौर शुरू हुआ और एक्शन फिल्में बननी शुरू हो गयी तब निर्माता-निर्देशकों ने भारत भूषण की ओर से अपना मुख मोड़ लिया। जो निर्माता उनसे अपनी फिल्म में काम करने के लिये गुजारिश किया करते थे, उन्होंने उनसे बात करना भी बंद कर दिया। इसके बाद बढ़ती उम्र के तकाजे को देखते हुये और अपनी रोजी -रोटी चलाने के लिये भारत भूषण ने चरित्र भूमिका निभानी शुरू कर दी लेकिन अस्सी के दशक में नौबत यहां तक आ गयी कि उन्हें मामूली से मामूली रोल ही मिलने लगे। जब निर्माताओं को किसी दुखी बाप. डाक्टर. वकील की छोटी सी भूमिका निभाने वाले कलाकार की जरूरत होती वे भारत भूषण को याद कर लेते। इस बीच भारत भूषण की माली हालत बिगड़ती चली गयी और फिल्मों में भी उन्हें काम मिलना लगभग बंद हो गया तब उन्होंने छोटे पर्दे की ओर भी रूख कर लिया और दिशा और बेचारे गुप्ताजी जैसे धारावाहिकों में अभिनय किया। अपने दमदार अभिनय से सिने प्रेमियों को भावविभोर करने वाले महान अभिनेता भारत भूषण 27 जनवरी 1992 को इस दुनिया को अलविदा कह गये।

वार्ता

More News
अमित साध स्टेयर्स फाउंडेशन के साथ युथ एम्पावरमेंट के लिए एम्बेसडर की भूमिका निभाएंगे

अमित साध स्टेयर्स फाउंडेशन के साथ युथ एम्पावरमेंट के लिए एम्बेसडर की भूमिका निभाएंगे

16 Apr 2024 | 4:06 PM

मुंबई, 16 अप्रैल (वार्ता) बॉलीवुड के जानेमाने अभिनेता अमित साध ने भारत में युवा सशक्तिकरण और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए स्टेयर्स फाउंडेशनके साथ अपने सहयोग की घोषणा की है।

see more..
अपूर्वा अरोड़ा को सीरीज फैमिली आज कल के लिये मिली प्रशंसा

अपूर्वा अरोड़ा को सीरीज फैमिली आज कल के लिये मिली प्रशंसा

16 Apr 2024 | 4:06 PM

मुंबई, 16 अप्रैल (वार्ता) अभिनेत्री अपूर्वा अरोड़ा को सीरीज फैमिली आज कल के लिये काफी प्रशंसा मिल रही है। फैमिली आज कल में अपूर्वा के मेहर के किरदार को काफी सराहना मिल रही है।अपने किरदार की चुनौतियों के बावजूद, अपूर्वा का प्रदर्शन चमकता है और दर्शकों और आलोचकों को समान रूप से मंत्रमुग्ध कर देता है।

see more..
सास ससुर बिना अंगना ना सोहे की शूटिंग शुरू

सास ससुर बिना अंगना ना सोहे की शूटिंग शुरू

16 Apr 2024 | 3:49 PM

मुंबई, 16 अप्रैल (वार्ता) भोजपुरी सिनेमा के जानेमाने अभिनेता विक्रांत सिंह राजपूत और अभिनेत्री ऋचा दीक्षित की फिल्म सास ससुर बिना अंगना ना सोहे की शूटिंग शुरू हो गयी है।

see more..
अरविंद अकेला कल्लू और शिवानी सिंह का गाना पिस्टल रिलीज

अरविंद अकेला कल्लू और शिवानी सिंह का गाना पिस्टल रिलीज

16 Apr 2024 | 3:38 PM

मुंबई, 16 अप्रैल (वार्ता) भोजपुरी सिनेमा के जानेमाने अभिनेता अरविंद अकेला कल्लू और गायिका शिवानी सिंह का गाना पिस्टल रिलीज हो गया है।

see more..
यशोदा का नंदलाला का ट्रेलर रिलीज

यशोदा का नंदलाला का ट्रेलर रिलीज

16 Apr 2024 | 3:35 PM

मुंबई, 16 अप्रैल (वार्ता) काजल राघवानी और गौरव झा स्टारर फिल्म यशोदा का नंदलाला का ट्रेलर रिलीज हो गया है। मैड्ज़ मूवीज प्रेजेंट और वर्ल्ड वाइड फिल्म प्रोडक्शंस के बैनर तले बनी काजल राघवानी और गौरव झा स्टारर फिल्म यशोदा का नंदलाला का ट्रेलर रिलीज हो गया है। इस फिल्म के निर्माता प्रदीप सिंह, समीर आफताब और प्रतीक सिंह हैं, जबकि निर्देशक राज किशोर प्रसाद (राजू) हैं। ट्रेलर इंटर 10 रंगीला के ऑफिशियल यूट्यूब से रिलीज हुआ है।

see more..
image